U19 World Cup 2022 Final: इन पांच 'पांडवों' के भरोसे आज खिताबी पंजा मारने उतरेगी टीम इंडिया

भारतीय टीम को अगर अंडर-19 विश्व कप 2022 के खिताबी मुकाबले में जीत हासिल करनी है तो इन पांच खिलाड़ियों का अपने रंग में नजर आना जरूरी है। 

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भारत की अंडर-19 क्रिकेट टीम 
मुख्य बातें
  • भारतीय टीम पांचवीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने के इरादे से शनिवार को मैदान पर उतरेगी
  • टीम की जीत का तीन बल्लेबाजों और दो गेंदबाजों पर रहेगा सबसे ज्यादा दारोमदार
  • हर मैच में खिलाड़ियों ने एकजुट होकर किया है शानदार प्रदर्शन

नई दिल्ली: यश धुल की कप्तानी वाली भारतीय टीम शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की मेजबानी में खेले जा रहे अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में शनिवार पांचवीं बार चैंपियन बनने के इरादे से उतरेगी। अबतक टूर्नामेंट में अविजेय रही भारतीय टीम कोरोना संक्रमण का सामना करना करके फाइनल तक पहुंची है। टीम के खिलाड़ियों ने मौका आने पर अपने कंधों पर जिम्मेदारी ली और टीम को मुश्किल से निकालकर जीत दिलाई। 

ऐसे में आठवीं बार फाइनल में पहुंची भारतीय टीम पांचवीं बार खिताबी जीत हासिल करने के लिए पांच खिलाड़ियों पर सबसे ज्यादा निर्भर करेगी। ये खिलाड़ी टीम की रीढ़ रहे हैं। उनके प्रदर्शन के बल पर ही यश धुल की टीम अपने सामने आई सभी टीमों को धूल चटाने में सफल हुई है। बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम के शुरुआती बल्लेबाज रंग में नजर नहीं आए तो कप्तान यश धुल और उपकप्तान राशिद ने टीम को मुश्किल से निकालकर जीत दिलाई। आईए उन पांच खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं जो टीम को जीत दिलाने में अहम साबित होंगे।

1. अंगकृष रघुवंशी: 
महज 16 साल के सलामी बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है। वो टीम के सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने 5 मैच की 5 पारियों में 55.60 की औसत और 55.60 के स्ट्राइकरेट से 278 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में चौथे पायदान पर हैं। अगर फाइनल में उनका बल्ला चल निकला तो भारतीय टीम के लिए खिताब जीतने में आसानी होगी।

2. यश धुल
कप्तान यश धुल लीग दौर के दो मैच में कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं खेल पाए थे। लेकिन नॉकआउट दौर के दोनों मैच में टीम की जीत में उनकी अहम भूमिका रही। उन्होंने सेमीफाइनल में 110 रन की शतकीय पारी खेलकर यह बता दिया कि उन्हें टीम का कप्तान क्यों बनाया गया है। उनसे एक बार फिर टीम को फाइनल में बड़ी पारी की उम्मीद होगा। हो भी क्यों नहीं क्योंकि अबतक खेले तीन मैच में उन्होंने 106 के औसत और 89.83 के स्ट्राइक रेट से 212 रन बना चुके हैं। उनके खाते में एक शतक और एक अर्धशतक दर्ज है।

3. राज अंगद बावा
ऑलराउंडर राज बावा ने युगांडा के खिलाफ शानदार शतक जड़ा था। वो तेज गेंदबाज की भी भूमिका अदा करते हैं। ऐसे में उनसे टीम को फाइनल में गेंद और बल्ले दोनों से योगदान की अपेक्षा है। 5 मैच की चार पारियों में वो 217 रन 72.33 की औसत से बना चुके हैं। युगांडा के खिलाफ उन्होंने 162 रन की नाबाद पारी खेली थी। वो गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट भी झटक चुके हैं। चारों विकेट उन्होंने द. अफ्रीका के खिलाफ झटके थे। ऐसे में वो फाइनल में टीम के लिए अहम खिलाड़ी साबित होंगे।

4. विकी ओस्टवाल
बांए हाथ के स्पिनर विकी ओस्टवाल ने पूरे टूर्नामेंट में टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। द. अफ्रीका के खिलाफ 5 विकेट झटककर उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत की थी। अबतक खेले 5 मैच में वो 10.75 के शानदार औसत से 12 विकेट झटक चुके हैं। वो टीम के टूर्नामेंट में सबसे सफल गेंदबाज हैं। उनकी फिरकी इंग्लैंड के लिए खिताबी भिड़ंत में घातक साबित हो सकती है। अगर वो फॉर्म में रहते हैं तो इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने लगातार मुश्किल खड़ी करते रहेंगे। 

5. रवि कुमार
बांए हाथ के तेज गेंदबाज रवि कुमार क्वार्टर फाइनल में टीम की जीत के हीरो रहे थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टीम को शानदार शुरुआत दिलाई थी। ऐसी ही गेंदबाजी की अपेक्षा टीम को उनसे इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में होगी। दूसरे छोर से अपनी तेज रफ्तार गेंदों से राजवर्धन हंगारगेकर बल्लेबाजों को अपनी खौफनाक तेज रफ्तार गेंदों से डराएंगे लेकिन विकेट निकालने की जिम्मेदारी रवि के कंधों पर ही होगी। अगर वो शनिवार को चल निकले तो इंग्लैड के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर देंगे। 

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