यशस्वी ने बताया अंडर-19 विश्व कप में सफलता का राज, एक बड़ी सीख का भी किया खुलासा

Yashasvi Jaiswal on Under-19 World Cup: युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में मिली सफलता का राज बताया है। उन्होंने टूर्नामेंट में हासिल की बड़ी सीख के बारे में भी खुलासा किया।

Yashasvi Jaiswal
यशस्वी जायसवाल  |  तस्वीर साभार: Twitter

नई दिल्ली: भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया। उनका बल्ला पूरे टूर्नामेंट में जमकर चला। यशस्वी ने विश्वकप के 6 मैचों की 6 पारियों में 4 अर्धशतक और 1 शतक के साथ 400 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 133.33 और स्ट्राइक रेट 82.47 का रहा। उन्होंने टूर्नामेंट में 59 (श्रीलंका के खिलाफ), नाबाद 29 (जापान), नाबाद 57 (न्यूजीलैंड), 62 (ऑस्ट्रेलिया), नाबाद 105 (पाकिस्तान) और 88 (फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ) रन की पारियां खेलीं।

टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में 18 वर्षीय यशस्वी पहले पायदान पर रहे। उनके अलावा और कोई खिलाड़ी 300 रन के आंकड़े को भी पार नहीं कर सका। इसके अलावा अपनी पार्ट टाइम गेंदबाजी के बल पर उन्होंने तीन विकेट भी हासिल किए। विश्व कप खत्म होने के बाद अब यशस्वी ने सफलता का राज बताया है। उनका कहना है कि एस्ट्रो टर्फ पिचों में अभ्यास करने से उन्हें दक्षिण अफ्रीका की उछाल भरी पिचों पर अच्छा खेलने में मदद मिली।

'उछाल भरी पिचों पर काफी अभ्यास किया'

यशस्वी ने पीटीआई से कहा, 'ज्वाला सर (उनके मेंटोर) ने मुझे कहा था कि मुझे वहां से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार लाना है। हमने उछाल भरी पिचों पर बल्लेबाजी का काफी अभ्यास किया था। हमने शॉर्ट गेंद खेलने का भी काफी अभ्यास किया था।' उन्होंने कहा, 'मैं शॉर्ट गेंद को या तो खेल रहा था या छोड़ रहा था। एस्ट्रो टर्फ पर वैसा ही उछाल होता है जैसा वहां की पिचों पर, इसलिए मैंने एस्ट्रो टर्फ पिचों पर बल्लेबाजी का अभ्यास किया जिसका फायदा हुआ।'

यशस्वी ने यह भी बताया कि टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने सीखा कि दवाब के क्षणों में कैसे बल्लेबाजी करनी है। उन्होंने कहा, 'अलग-अलग देशों में खेलने का अनुभव शानदार रहा। यहां पिचें अलग तरह की थीं। मैंने मैच के साथ नेट अभ्यास के दौरान भी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, 'मुझे खेल के दौरान दबाव से निपटने के बारे में काफी कुछ सीखने को मिला क्योंकि ज्यादातर मैचों में दबाव था।'

लगातार चार अर्धशतक जड़ने वाले चौथे खिलाड़ी

यशस्वी अंडर 19 विश्व कप में लगातार चार अर्धशतक जड़ने वाले दुनिया के चौथे और दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। साल 2016 में बांग्लादेश के मेहदी हसन मिराज ने लगातार चार अर्धशतक जड़ने का कारनामा किया था। इसके बाद साल 2018 में भारत के शुभमन गिल इस सूची में जगह बनाने वाले दुनिया के दूसरे खिलाड़ी बने थे। वहीं कैरेबियाई बल्लेबाज नीम यंग ने साल 2018 और 2020 के विश्व कप को मिलाकार ये उपलब्धि हासिल की और अंडर 19 विश्व कप में लगातार चार अर्धशतक जड़ने वाले तीसरे बल्लेबाज बने थे।

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