बच्चे ने दूसरे बच्चे के सिर पर मारी एयरगन से गोली, शरीर का एक हिस्सा लकवाग्रस्त और दिमाग हुआ अंसुतलित

क्राइम
किशोर जोशी
Updated Aug 07, 2021 | 15:00 IST

बच्चों के हाथ में एयरगन देना कितना खतरनाक हो सकता है, इसका एक ताजा उदाहरण हरदोई से सामने आया है। यहां एयरगन से खेल रहे बच्चे ने दूसरे बच्चे को गोली मार दी।

12-year-old shot in head with an airgun by his neighbour's kid in Hardoi
हरदोई: बच्चे ने दूसरे बच्चे के सिर पर मारी एयरगन से गोली 
मुख्य बातें
  • बच्चे के हाथ में दी एयरगन तो उसने पड़ोसी के बच्चे को मार दी गोली
  • बच्चे के शरीर का एक हिस्सा लकवाग्रस्त और दिमाग हुआ अंसुतलित
  • पीड़ित परिवार की तहरीर पर भी पुलिस ने दोषी बच्चे के मां-बाप के खिलाफ नहीं लिया एक्शन

हरदोई: मां-बाप की जरा सी लापरवाही किस तरह भारी पड़ सकती है, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हरदोई में देखने को मिला है जहां एयरगन से खेल रहे बच्चे ने पड़ोसी के बच्चे को गोली मार दी। गोली बच्चे के सिर में लगी और तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया। उपचार के दौरान बच्चे की जान तो बच गई लेकिन शरीर के एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह निष्क्रिय हो गया और बच्चा भी दिमागी रूप से अंसतुलित हो गया है। जिस विनायक द्विवेदी की ठिठोली से पूरा घर गूंजता था आज उस घर में सन्नाटा छाया हुआ है और कोई नहीं जानता कि विनायक बिस्तर से कब उठेगा।

यूपी के हरदोई का है मामला

मामला हरदोई के अशराफटोला का है जहां रहने वाले अभय द्विवेदी का 12 वर्षीय बेटा 31 जुलाई को अपने घर की छत पर खेल रहा था, तभी पड़ोसी के बेटे ने एयरगन से उसे गोली मार दी, जो विनायक के सिर पर लगी।विनायक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उसका मानसिक संतुलन बिगड़ने के साथ-साथ शरीर के एक हिस्से ने भी काम करना बंद कर दिया। दुर्भाग्य देखिए जिस दिन विनायक का जन्मदिन था उसी दिन उसकी सर्जी हुई। जान तो बच गई लेकिन उसे लकवा मार गया। डॉक्टरों की मानें तो विनायक के स्वस्थ्य होने को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। 

होनहार छात्र रहा है विनायक

 विनायक हरदोई जिले के मशहूर जयपुरिया स्कूल का छात्र है। वो आठवीं में पढ़नेवाला एक होनहार छात्र रहा है। साइंस मॉडल के कॉम्पटीशन में उसने नोएडा में जाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। उसके बनाए रोबोट ने सभी का दिल जीत लिया था। लेकिन आज वो लाचार है।  यह घटना अपने आप में भी कई सवाल खड़े करती है कि कैसे छोटे बच्चों के हाथ में एय़रगन जैसे हथियार देकर मां-बाप गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं।

विनायक के परिवार ने बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर उसकी चिकित्सा के लिए सरकार से सहायता की मांग की है। आयोग ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए इसे संज्ञान में लेकर चिकित्सा सहायता हेतु पत्र जारी कर दिया है। पत्र में दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही करने की मांग भी की गयी । 

पुलिस पर उठे सवाल
सवाल ये है कि विनायक को जिस बच्चे ने गोली मारी, क्या उसके लिए बच्चे के मां-बाप जिम्मेदार नहीं हैं? अगर इतनी कम उम्र के बच्चे को एयरगन दी गई तो निश्चित तौर पर मां-बाप इसके जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ ऐसे मामलों में कार्रवाई होते आई है। वहीं विनाय के पिता अभय ने दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है, परिवार का कहना है कि तहरीर देने पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़िता परिवार ने इसे लेकर अब पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक ने परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। 

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