जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित आमेर किले में महिलाओं की स्कर्ट के अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने इस तरह के अश्लील वीडियो बनाने के लिए भीड़भाड़ वाले कई पर्यटन स्थलों को चुनता था और फिर वहां जाकर अपने मिशन में जुट जाता था। सोमवार को महिला निर्भया दस्ते ने आरोपी को उस समय रंगे हाथ धर दबोचा जब वह गुपचुप तरीके से आपत्तिजनक वीडियो बना रहा था। आरोपी की पहचान सीकर जिले के निवासी सुरेश कुमार यादव के रूप में हुई है।
स्कर्ट पहनी महिलाएं होती थी निशाने पर
पुलिस ने बताया कि आरोपी के फोन से करीब 200 क्लिप भी बरामद हुई हैं।पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, 'आरोपी पहले स्कर्ट पहने लड़कियों के आसपास घूमता, फिर जूतों के फीते बांधने के बहाने उनके पास बैठ जाता। इस दौरान व अपने फोन को रिकार्डिंग मोड में उन महिला पर्यटकों के आसपास रख देता और आपत्तिजनक वीडियो बनाता था। इससे महिलाओं को पता भी नहीं चलता कि उनका वीडियो बनाया जा रहा है।'
रंगे हाथ दबोचा
सोमवार को आरोपी ने पहले अपने जूते के फीते बार-बार खोल दिए और फिर से उन्हें बांधने का नाटक किया। इस दौरान सामने से आ रही महिला पर्यटकों के आने से पहले उसने फर्श पर अपना मोबाइल रिकॉर्डिंग मोड में ऑन कर रखा दिया। आमेर किले में सादे कपड़ों में तैनात एक महिला सिपाही को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ। वह बार-बार जूतों के फीते बांधने का नाटक करते हुए, स्कर्ट पहने एक लड़की के पैरों के पास बैठा था। उसका मोबाइल भी ऑन था। असामान्य गतिविधियों पर संदेह जताने के बाद उसे पकड़ा तो हैरतंगेज बात सामने निकलकर सामने आई और उसके फोन से कई अश्लील क्लिप्स बरामद हुई।
माउंट आबू से मिला था आइडिया
अतिरिक्त डीसीपी सुनीता मीणा ने कहा कि उन्हें आरोपी के मोबाइल फोन में इसी तरह के कई वीडियो क्लिप मिले हैं। मीणा ने कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़ित को भी नहीं पता चलता था कि उन्हें आरोपी द्वारा उसका अश्लील वीडियो बनाया जा रहा है। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसे पर्यटन स्थल माउंट आबू की यात्रा के दौरान 'गंदा विचार' आया था। वहां उसकी मुलाकात दो लोगों से हुई जिन्होंने उसे बताया कि महिला पर्यटकों के अश्लील वीडियो कैसे शूट किए जाते हैं। बाद में आरोपी ने इस तरह के वीडियो भी शूट करने शुरू कर दिए।