क्रशर संचालक ने मजदूर के गुप्तांग में कम्प्रेशर मशीन के पाइप से भरी हवा, अंदरुनी अंग फटने से हुई मौत

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भाषा
Updated Dec 28, 2020 | 09:50 IST

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक मजदूर को अपनी ही मजदूरी मांगना महंगा पड़ा है। यहां क्रशर संचालक ने मजूदर के गुप्तांग में कम्प्रेशर मशीन के पाइप से हवा भर दी जिससे उसकी मौत हो गई।

A man filled the air in the laborers genitals through the pipe of the compressor machine in Shivpuri Madhya Pradesh
मजदूर के गुप्तांग में कम्प्रेशर मशीन के पाइप से भरी हवा, मौत 
मुख्य बातें
  • कम्प्रेशर मशीन के पाइप से गुप्तांग में हवा भरने से मजदूर की मौत, दो पुलिस अधिकारी निलंबित
  • मजदूर और क्रशर संचालक के बीच मजदूरी के पैसे मांगने को लेकर हुआ था विवाद
  • कम्प्रेशर मशीन का पाइप मजदूर के गुप्तांग में लगा कर भर दी हवा, मजदूर की मौत

शिवपुरी (मप्र: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में मजदूरी मांगने को लेकर हुए मामूली विवाद पर क्रशर संचालक सहित छह लोगों ने कथित रूप से 50 वर्षीय एक मजदूर के गुप्तांग में कम्प्रेशर मशीन के पाइप से हवा भर दी, जिससे उसके अंदरुनी अंग फट गये और मौत हो गई। यह घटना आठ नवम्बर को हुई थी और उसके बाद इस व्यक्ति का इलाज चल रहा था, लेकिन 25 दिसम्बर को उसकी मौत हो गई।

दो पुलिस अधिकारी भी सस्पेंड
इस मामले में शिवपुरी जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने आरोपियों के खिलाफ समय पर कोई कार्रवाई न किए जाने पर दो पुलिस अधिकारियों को रविवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। पोहरी के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस निरंजन राजपूत ने रविवार को बताया कि मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि ग्राम गाजीगढ़ में संचालित मेसर्स तोमर बिल्डर्स के क्रशर पर गत आठ नवम्बर को गावं के ही मजदूर परमानंद धाकड़ और क्रशर संचालक के बीच मजदूरी के पैसे मांगने को लेकर विवाद हो गया था।

पैसे को लेकर विवाद

उन्होंने कहा कि विवाद इतना बढ़ गया कि क्रशर संचालक राजेश राय ने वहां कार्यरत देवेंद्र, रवि, पिंटू और पप्पू खान से मजदूर परमानंद को पकड़वाया और फिर कम्प्रेशर मशीन का पाइप उसके गुप्तांग में लगा कर हवा भर दी, जिससे उसके अंदरुनी अंग फट गए। राजपूत ने बताया कि परमानंद का ग्वालियर और जयपुर में भी इलाज कराया गया, इसके बाद उसे शिवपुरी जिला अस्पताल में लाया गया, जहां पर 25 दिसम्बर को उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि इस मजदूर के परिजनों ने आठ नवंबर की हुई घटना के तुरंत बाद ही गोर्वधन पुलिस को शिकायत की थी, मगर दोनों पक्षों में कथित राजीनामा होने की चर्चा चलने के कारण पुलिस ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की, इस बीच 25 दिसम्बर को परमानंद की मौत हो गई। परमानंद का इलाज करने वाले चिकित्सकों ने बताया कि उसकी मौत उसके अन्दरुनी अंगों में हवा भरने और संक्रमण के कारण हुई है।

एफआईआर दर्ज

मौत के मामले में परिजनो के बयानों के आधार पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मौत के दो दिन बाद रविवार को भादंवि की धारा 302 एवं 201 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसी बीच, श्रमिक के परिजनों की शिकायत पर आरोपियों के विरुद्घ तत्समय कोई कार्रवाई न किए जाने पर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने गोवर्धन थाना प्रभारी राघवेन्द्र यादव एवं उप निरीक्षक प्रमोद तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

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