Kasganj: उत्तर प्रदेश के कासगंज के सदर कोतवाली के लॉकअप में बंद एक युवक मंगलवार यानी 9 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया। युवक पर एक लड़की के साथ भागने का आरोप लगाया गया था और उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने उसकी मौत को आत्महत्या बताया है। हालांकि युवक के परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
मृतक युवक की पहचान सदर कोतवाली क्षेत्र के नगला सैय्यद अहरोली निवासी अल्ताफ के रूप में हुई है। मृतक के पिता ने कहा कि मैंने सोमवार शाम को अपने बेटे को पुलिस के हवाले किया था। बमुश्किल 24 घंटे बाद मुझे बताया गया कि उसने खुद को फांसी लगा ली है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसने शौचालय जाने का बहाना बनाया। काफी देर बाद जब वह बाहर नहीं आया तो पुलिस कर्मियों ने जांच की तो वह शौचालय में पाइप से लटका मिला। पुलिस ने बताया कि उसने हुड वाली जैकेट पहनी हुई थी, जिसमें डोरी लगी हुई थी। पुलिस ने दावा किया कि उसने रस्सी से फंदा बनाया और पाइप से फांसी लगा ली, जो फर्श से दो फीट ऊंची थी।
घटना के तुरंत बाद एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। बोत्रे ने बताया कि युवक को अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। प्राथमिक जांच में पांच पुलिसकर्मियों की लापरवाही का खुलासा हुआ, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया।
पुलिस की उस थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं जिसमें कहा गया है कि अल्ताफ ने अपने हुडी की डोरी का उपयोग करके खुद को फांसी लगा ली। लेकिन जिस नल से डोरी बांधकर उसने फांसी लगाई वो सिर्फ जमीन से 2 फीट की ऊंचाई पर था।