Delhi : पुलिस वाला बनकर लोगों को लूटते थे, शातिरों को पुलिसिंग की थी पूरी जानकारी, धरे गए 

क्राइम
मोहित ओम
मोहित ओम | Senior correspondent
Updated Mar 29, 2022 | 14:51 IST

Delhi Crime : पुलिस ने तीन खतरनाक लूटेरों को उत्तर प्रदेश के औरैया, नोएडा और दिल्ली के न्यू अशोक नगर से गिरफ्तार किया है। इन तीन में से दो अपराधी यूपी पुलिस में लंबे समय तक पीसीआर ड्राइवर के रूप में काम कर चुके हैं जो पुलिसिंग के सारे नियम कायदे जानते थे।

 Delhi police busts fake racket of policemen
पुलिस बनकर लोगों को लूटता था गिरोह। 

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस साउथ डिस्ट्रिक्ट की एएटीएस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो दिल्ली की सड़कों पर चल रहे लोगों को पुलिसवाला बनकर अपना शिकार बनाते थे और लूट कर फरार हो जाते थे। इस गैंग के मेंबर पुलिस का पूरा साजो सामान जैसे वॉकी टॉकी पिस्तौल, जिंदा कारतूस,पुलिस स्टिकर्स, ब्लिंकर लाइट, वायरलेस सेट और पुलिस के लोगो वाले मास्क लगाकर घूमते थे। साथ ही अपने आप को पुलिस के SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) का मेंबर बताते और लोगों को किडनैप कर लेते थे।

कई जगहों से गिरफ्तार हुए शातिर
पुलिस ने तीन खतरनाक लूटेरों को उत्तर प्रदेश के औरैया, नोएडा और दिल्ली के न्यू अशोक नगर से गिरफ्तार किया है। इन तीन में से दो अपराधी यूपी पुलिस में लंबे समय तक पीसीआर ड्राइवर के रूप में काम कर चुके हैं जो पुलिसिंग के सारे नियम कायदे जानते थे। दिल्ली पुलिस को बदरपुर के रहने वाले किरण पाल नाम के शख्स ने शिकायत दी और बताया कि वह एक सिविल डिफेंस वालंटियर है। वह 14 मार्च की रात में अपनी ड्यूटी से अपने घर वापस लौट रहे थे उसी दौरान एक सरकार ने उनकी बाइक को ओवरटेक किया और तीन लोग बाहर निकल कर आए अपने आप को उत्तर प्रदेश पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का मेंबर बताकर अपने साथ गाड़ी में बिठा कर ले गए और फिर कभी नोएडा तो कभी गाजियाबाद की सड़कों पर उन्हें घुमाने लगे और कहने लगे क्यों उनके खिलाफ एक शिकायत है और वह उन्हें गिरफ्तार कर रहे हैं। अगर गिरफ्तारी से बचना है तो अपने परिवार को फोनकर 1 लाख रुपए मंगवाए। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि जब उसने उन लूटेरों को 60 हजार रुपए दिए तब उन्होंने उसे जाने दिया।

लोगों को जबरन गाड़ी में बिठाते थे
दिल्ली पुलिस को जांच में पता लगा कि आरोपी राह चलते शख्स को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाते थे और उनके ऊपर आर्म्स एक्ट और ड्रग्स एक्ट का फर्जी मुकदमा लगाने की धमकी देकर उनसे अवैध वसूली करते थे। इन आरोपी के खिलाफ 2019 में नोएडा में भी मुकदमा दर्ज था, इनकी गिरफ्तार भी हुई थी लेकिन जेल से बाहर निकलने के बाद ये गैंग फिर से सक्रिय हो गया। पूर्वी दिल्ली,दक्षिणी पूर्वी दिल्ली समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा में पिछले कुछ वक्त से इसी तरह के क्राइम को अंजाम दे रहे हैं।

दो आरोपी यूपी पुलिस की पीसीआर में काम कर चुके हैं
इनके पास से पुलिस को एक लाइसेंसी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस, एक टॉय गन, तीन वॉकी टॉकी, यूपी पुलिस के लोगों लगे हुए मास्क, वायरलेस सेट, पुलिस स्टिकर्स, पुलिस बेल्ट और ब्लिंकर लाइट बरामद हुई। गिरफ्तार आरोपियों का नाम अनूप कुमार, विपिन कुमार और अविनाश है। अनूप और विपिन यूपी पुलिस की पीसीआर में 9 साल ड्राइवर का काम कर चुके हैं जिन्हें पुलिस के सारे इक्विपमेंट्स और कायदे कानूनों के बारे में पता था। इन उपकरणों एवं  हथियारों की मदद से ये अपने शिकार को धमकाते थे और लूटने में कामयाब होते थे। फिलहाल ये पुलिस की गिरफ्त में हैं और इनके अन्य साथियों की पुलिस तलाश कर रही है।

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