सिद्धू मूसेवाला केस में अब विदेशों में भी कार्रवाई हो रही है। गोल्डी बरार के खास सहयोगी सचिन थापन (लॉरेंस बिश्वोई से खास रिश्ता) को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है। वह तिलक राज टुडेजा के फर्जी नाम से भारत से फरार हो गया था। पुलिस के मुताबिक दिल्ली के संगम विहार के पते से उसका पासपोर्ट बनवाया गया था। पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में मानसा की एक अदालत में आरोप पत्र दायर किया था। जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को इस अपराध का मास्टरमाइंड नामित किया गया है। युवा अकाली दल के नेता विक्की मिड्दुखेड़ा की हत्या के प्रतिशोध में 30 मई को हुए अपराध में 1,850 पन्नों की चार्जशीट में 36 शूटरों, सूत्रधारों, मास्टरमाइंडों और अन्य लोगों के नाम हैं।
अजरबैजान में पकड़ा गया सचिन थापन
सिद्धू मुझसे वाला कत्ल मामले में सचिन थापन की अजरबैजान में धरपकड़ की गई है। इस मामले में मानसा पुलिस गृह विभाग को चार्जसीट की कॉपी भेज चुकी है और मानसा पुलिस ने आरोपियों को मानसा लाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है और आज से इस मामले में सभी तरह के डॉक्यूमेंट तैयार किए जा रहे हैं और फिर सचिन थापन को मानसा लाया जाएगा मानसा की पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बेशक अभी टाइम लग सकता है मगर वह हर हालत में आरोपियों को अदालत के कटघरे में खड़ा करेंगे।
क्या है आरोपपत्र में
बान ने कहा है कि मुख्य साजिशकर्ता बिश्नोई ने कबूल किया है कि मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए पिछले साल अगस्त में मारने की योजना बनाई गई थी।कनाडा के बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बराड़ का नाम चार्जशीट में है। उसने पहले ही हत्या की जिम्मेदारी ले ली थी।बान ने कहा था कि शूटर 25 मई को अपराध स्थल मूसा गांव के पास मानसा पहुंचे थे। उन्होंने कहा, "पंजाब पहुंचने पर उन्हें कुछ हथियार मुहैया कराए गए। हत्या में एके सीरीज की राइफलों का इस्तेमाल किया गया।"
चार्जशीट दायर किए जाने से एक दिन पहले मूसेवाला को श्रद्धांजलि देने के लिए मानसा शहर में एक कैंडल लाइट मार्च का आयोजन किया गया था।मीडिया को संबोधित करते हुए, सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने कहा, "सिद्धू की मृत्यु के बाद, मुझे पता चला कि वह सिर्फ मेरा बेटा नहीं, बल्कि हर घर का बेटा था।"उन्होंने कहा, "देश भर से उन्हें श्रद्धांजलि मिली और हर आंख में उनके लिए आंसू और सम्मान था। मुझे उनके पिता होने पर गर्व है।"