Gurugram: रियल एस्टेट फर्म ने घर खरीदारों से ठगे 15 करोड़ रुपए, मामले की जांच में जुटी पुलिस

Gurugram: शिकायतकर्ता आशीष नेगी और 77 दूसरे लोगों ने आवासीय सोसायटी में फ्लैट बुक कराए थे। बिल्डर ने फ्लैट बुक कराते समय पीड़ितों को बताया था कि सोसायटी का नक्शा डीटीपी विभाग के पास है। 

Gurugram Real estate firm duped home buyers Rs 15 crore police investigating the matter
रियल एस्टेट फर्म ने घर खरीदारों से ठगे 15 करोड़ रुपए। (सांकेतिक फोटो) 
मुख्य बातें
  • रियल एस्टेट फर्म ने घर खरीदारों से ठगे 15 करोड़ रुपए
  • अलग-अलग धाराओं के तहत मामले में पुलिस ने दर्ज की FIR
  • मामले की जांच में जुटी पुलिस

Gurugram: हरियाणा के गुरुग्राम में एक रियल एस्टेट फर्म द्वारा कम से कम 75 घर खरीदारों से कथित तौर पर 15 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी। वहीं इस मामले में पुलिस ने कहा कि रियल एस्टेट कंपनी ने खरीदारों को निर्धारित समय के भीतर फ्लैट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। द प्रिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गुरुग्राम के फर्रुखनगर इलाके की कंपनी सव्यसाची इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (Savyasachi Infrastructure Private Limited) ने पीड़ितों से इस आश्वासन पर पैसे लिए थे कि उनके फ्लैट एक साल में बनकर तैयार हो जाएंगे, लेकिन चार साल बाद भी निर्माण कार्य अभी शुरू होना बाकी है।

गुरुग्राम में रियल एस्टेट फर्म ने घर खरीदारों से ठगे 15 करोड़ रुपए

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पुलिस के मुताबिक फर्रुखनगर के सेक्टर 3 में कंपनी की ओर से अमाया ग्रीन्स के नाम से एक आवासीय सोसायटी बनाई जानी थी। फर्म के निदेशक विजय राजन ने प्रोजेक्ट के सेल्स और प्रमोशन के लिए एरिया में सेल्स रिप्रेजेंटेटिव को भी नियुक्त किया था। शिकायतकर्ता आशीष नेगी और 77 दूसरे लोगों ने आवासीय सोसायटी में फ्लैट बुक कराए थे। बिल्डर ने फ्लैट बुक कराते समय पीड़ितों को बताया था कि सोसायटी का नक्शा डीटीपी विभाग के पास है। 

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मामले की जांच में जुटी पुलिस

शिकायत में शिकायतकर्ताओं ने कहा कि हमने सभी भुगतान कर दिए हैं, लेकिन चार साल बाद भी बिल्डरों ने हमें न तो फ्लैटों का कब्जा दिया है और न ही हमारे पैसे वापस किए हैं। बिल्डर सोची समझी साजिश के तहत हमारा पैसा चुराने की योजना बना रहा है। हम बिल्डर के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं। कंपनी, राजन और अन्य के खिलाफ फर्रुखनगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अलग-अलग धाराओं के तहत शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। मामले के जांच अधिकारी ने कहा कि हमने अपनी जांच शुरू कर दी है और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

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