नई दिल्ली: जोधपुर के पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने बुधवार को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक वॉन्टेंड क्रिमिनल को उसके 2 साथियों के साथ गिरफ्तार किया। इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग भी हुई। दो गोली लगने से घायल हुए और उनका कोल्हापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। 007 गैंग के सरगना की पहचान श्याम पुनिया के रूप में की गई है। उसके ऊपर 40,000 रुपए का इनाम रखा गया था। वह कई आपराधिक मामलों में पुलिस द्वारा वांछित था।
एसपी (जोधपुर ग्रामीण) राहुल बरहाट ने कहा कि इस गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था जो लगातार गिरोह के सदस्यों और उसके सरगना पर नजर रख रही थी। उन्होंने कहा, 'टीम को सूचना मिली कि वे कर्नाटक के हुबली जिले में छिपे हुए हैं। टीम वहां पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू किया। टीम ने उन्हें मंगलवार को एक कार में देखा और उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा।'
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के अनुसार, वे भाग निकले और पुलिस टीम ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। 200 किलोमीटर का पीछा करने के बाद वे कोल्हापुर जिले में प्रवेश कर गए और किन्नी टोल पॉइंट पर उन्हें घेर लिया गया, जहां कोल्हापुर पुलिस की एक टीम भी मौजूद थी।
बरहाट ने बताया, 'खुद को फंसा हुए देख उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस गोलीबारी में पुनिया और एक साथी श्रवण बिश्नोई घायल हो गए। एक अन्य साथी श्रीराम मंजू के साथ दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।' उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आईपीसी और आर्म्स एक्ट की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और कोल्हापुर पुलिस ने भी उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट भी दर्ज किया है।
पुनिया राज्य के छह सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से है, जबकि मंजू 25 सर्वाधिक वांछित अपराधियों में शामिल है। दोनों हिस्ट्रीशीटर हैं और उन पर जोधपुर, चूरू और बीकानेर जिलों के विभिन्न थानों में मामले दर्ज हैं। इससे पहले गिरोह के एक अन्य सक्रिय सदस्य, सहीराम बिश्नोई को जोधपुर आयुक्तालय पुलिस ने पिछले साल सितंबर में एक क्रॉस फायरिंग में गिरफ्तार किया था।
007 गैंग का पिछले साल अगस्त में एक वीडियो वायरल हुआ था जब गिरोह के सदस्य हाथों में बंदूक लेकर बॉलीवुड गाने पर नाच रहे थे। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह हत्या, नशा तस्करी, लूट, जबरन वसूली, धमकी आदि जैसे अपराधों में रेगिस्तानी इलाकों में कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन गया था।