कानपुर: कानपुर के बिकरू गांव में दो/तीन जुलाई की दरमियानी रात को गैंगस्टर विकास दुबे के घर छापा मारने गई पुलिस टीम पर एक सुनियोजित रणनीति के तहत हमला किया गया था। इस हमले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले जो खुलासा हुआ हुआ है वो वाकई हैरान कर देने वाला है। विकास दुबे ने पुलिस पर हमला करने के लिए नक्सलियों की तर्ज पर साजिश रची थी और वह इसके लिए घात लगाकर बम से हमला करने की भी तैयारी कर चुका था।
घर से मिले देसी बम
पुलिसकर्मियों को विकास के घर से 15 देसी बम, 4 असलहे, 20 राउंड से ज्यादा गोलियां तथा 2 किलो विस्फोटक बरामद हुआ है। विकास ने अपने घर की दीवारों और फर्श के अंदर कई विस्फोटक, हथियार था बम छिपा कर रखे थे। पुलिस का कहना है कि विकास के घर को इसी लिए ढहाया गया क्योंकि उसने हथियार और गोलाबारूद को दिवार में चिनवा रखा था।
बाल-बाल बचे पुलिसकर्मी ने बयां की आंखो देखी
इससे पहले टाइम्स नाउ से बात करते हुए इस हमले में बाल-बाल बचे बिठूर थानाध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने जो खुलासे किए वो भी हैरान करने वाले थे। कौशलेंद्र ने बताया कि पुलिस को बिल्कुल भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि इस तरह की जघन्य वारदात होने जा रही है। कौशलेंद्र ने बताया, 'विकास ने पूरी प्लानिंग के तहत जेसीबी रास्ते में लगाकर रास्ता रोक दिया था। जैसे ही जेसीबी वाहन को फांदकर पुलिस दूसरी तरफ पहुंची तो दूसरी तरफ छत से गोलियों की बौछार शुरू हो गई। पहले राउंड में तीन पुलिसकर्मियों को गोलियां लगी जिसे जो जगह मिली वह वहां दुबक गया।'
विकास की तलाश हुई तेज
आपको बता दें कि दो/तीन जुलाई की रात चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर छत पर खड़े बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थीं। इस वारदात में एक पुलिस उपाधीक्षक और तीन दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे जबकि सात पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे। विकास को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है।