उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर की गीता कॉलोनी में तीन दिन पहले मुहर्रम के मौके पर कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने के लिए गिरफ्तार किए गए 10 लोगों में से चार के खिलाफ रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है।
कुछ दक्षिणपंथी संगठनों और भगवाधारी धर्मगुरुओं द्वारा मुहर्रम के मौके पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करने के एक दिन बाद पुलिस ने इन चार लोगों पर रासुका लगाया है।
उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला ने इस बात की पुष्टि की है कि जिन्होंने कथित रूप से पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाये, उनमें से चार के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। हालांकि, उन्होंने इन चार आरोपियों के नाम बताने से इनकार कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि उज्जैन के जिलाधिकारी ने पुलिस की सिफारिश पर चार आरोपियों पर रासुका लगाया। शुक्ला ने बताया कि मुहर्रम पर पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था, 'तालिबानी मानसिकता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो आवश्यक कदम हैं वो सब उठाए जाएंगे। जो तालिबानी मानसिकता का समर्थन करेगा या राष्ट्र विरोधी गतिविधि करने का प्रयास करेगा, उसको कुचल दिया जाएगा।'
मालूम हो कि बृहस्पतिवार रात को उज्जैन की गीता कॉलोनी में मुहर्रम के मौके पर एक कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने कथित तौर पर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। इस मामले में शहर के जीवाजी गंज थाने में 10 आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 124 (ए) (देशद्रोह) एवं 153 (दंगे के लिए उकसाने हेतु) के तहत मामला दर्ज किया गया था। शुक्ला न कहा, 'हमने नारे लगाने वाले 16 लोगों की पहचान की है तथा अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।'