Wardha : महाराष्ट्र में निठारी जैसा कांड, वर्धा के निजी अस्पताल से मानव खोपड़ियां-नरकंकाल मिलने से हड़कंप

Skulls, bones found in Wardha hospital : एक अवैध गर्भपात मामले की जांच करने पहुंची पुलिस ने जब परिसर में स्थित गोबर गैस टैंक की जांच की तो उसमें से ये नरकंकाल मिले। अस्पताल से सोनाग्राफी मशीन और कुछ कागजात जब्त किए गए हैं।

Maharashtra : Skulls, bones of foetuses recovered from hospital premises in Wardha
महाराष्ट्र में वर्धा के निजी अस्पताल में नरकंकाल बरामद। 
मुख्य बातें
  • महाराष्ट्र में वर्धा के एक निजी अस्पताल से नरकंकाल-मानव खोपड़ी मिले हैं
  • राज्य में नोएडा का निठारी जैसा कांड सामने आने से हड़कंप मच गया है
  • पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि आखिर ये नरकंकाल किसके हैं

Skulls found in Wardha hospital : महाराष्ट्र में नोएडा के निठारी जैसा कांड सामने आया है। यहां वर्धा के एक निजी अस्पताल में नरकंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है। निजी अस्पताल कदम के परिसर में मानव खोपड़ियां एवं नरकंकाल मिले हैं। अस्पताल से 11 मानव खोपड़ी एवं 56 मानव अंग मिले हैं। ये नरकंकाल किसके हैं इसका पता अभी नहीं चल सका है। अस्पताल के गोबरगैस टैंक से इन्हें जब्त किया गया है। पुलिस ने सभी खोपड़ियों और अंगों को जब्त कर लिया है और इस बात की जांच में जुटी है कि आखिरकार मानव नरकंकाल वहां पहुंचे कैसे। 

गोबर गैस टैंक से मिले नरकंकाल

दरअसल, एक अवैध गर्भपात मामले की जांच करने पहुंची पुलिस ने जब परिसर में स्थित गोबर गैस टैंक की जांच की तो उसमें से ये नरकंकाल मिले। अस्पताल से सोनाग्राफी मशीन और कुछ कागजात जब्त किए गए हैं। सवाल है कि क्या अस्पताल में क्या अवैध गर्भपात कराए जाते थे। अर्वी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर भानुदास पिडुरकर का कहना है कि पुलिस इसके पहले 13 साल की लड़की का अवैध गर्भपात कराने के आरोप में अस्पताल की डॉक्टर रेखा कदम एवं एक नर्स को गिरफ्तार कर चुकी है।

डॉक्टर-नर्स गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने नौ जनवरी को डॉक्टर और नर्स को गिरफ्तार किया था। साथ ही एक नाबालिग लड़के के माता-पिता को भी गिरफ्तार किया गया था, जिससे कथित तौर पर संबंध के चलते लड़की गर्भवती हुई। पुलिस के अनुसार, डॉक्टर 18 साल से कम उम्र की लड़की का गर्भपात कराने के बारे में अधिकारियों को सूचित करने में विफल रहे थे।

मामले की तह तक जाएगी पुलिस

वर्धा के पुलिस अधीक्षक प्रशांत होल्कर का कहना है कि आरोपी डॉक्टर के सास-ससुर के पास गर्भपात कराने का लाइसेंस है जोकि पेशे से डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि बायोगैस संयंत्र से बरामद हड्डियों और खोपड़ियों को कानूनी रूप से निपटाया गया था या नहीं? होल्कर ने कहा कि डॉ कदम ने इस संबंध में कोई दस्तावेज पेश नहीं किया है।
 

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