मेरठ: पांच साल पहले मेरठ के परतापुर इलाके में रहने वाले शमशाद नाम के युवक ने फेसबुक पर अमित गुर्जर नाम से फेक आईडी बनाई और इधर उधर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने लगा। और फेस बुक पर ही उसकी मुलाक़ात गाजियाबाद की रहने वाली प्रिया से हुई। और धीरे धीरे ये मुलाक़ात प्रिया के लिए प्रेम बन गई। प्रिया तलाकशुदा थी और उसके एक बेटी कशिश भी थी। तलाक होने के बाद प्रिया मोदीनगर में किराए पर रहकर ब्यूटी पार्लर चलाती थी। वो शमशाद को अमित समझ उसके साथ रिश्ता बढ़ाने लगी।
अमित उर्फ शमशाद ने उसे शादी का झांसा देकर मेरठ बुला लिया और यहां कांशीराम कालोनी में अपने मकान में लिवइन में रहने लगा। कुछ समय पहले प्रिया को पता चल गया जिसे वो अमित गुर्जर समझ रही है वो दरअसल अमित नहीं शमशाद है। दोनों में विवाद हुआ तो अप्रैल माह में लॉक डाउन के बीच प्रिया और उसकी बेटी कशिश की हत्या कर शव घर में ही दफना दिया। पुलिस ने दोनों के कंकाल बरामद कर लिए हैं।
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि मोदीनगर निवासी चंचल ने बीती 14 जुलाई को परतापुर थाने में अपनी सहेली प्रिया और उसकी बेटी कशिश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दरअसल, लोनी निवासी तलाकशुदा प्रिया पिछले पांच सालों से परतापुर के भूड़बराल निवासी शमशाद के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी।
एसपी सिटी के मुताबिक पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए बुधवार को आरोपी शमशाद के घर की खुदाई करवाई। जहां कमरे में गड्ढा करके दफनाए गए प्रिया और उसकी बेटी कशिश के कंकाल बरामद हो गए। फिलहाल, दोनों कंकाल फॉरेंसिक टीम ने जांच के लिए भेज दिए हैं। उधर, प्रिया की सहेली चंचल का आरोप है कि शमशाद ने अपना धर्म छुपा कर उसकी सहेली प्रिया को प्रेम जाल में फंसाया था।
ऐसा ही एक मामला डेढ़ माह पूर्व भी मेरठ के दौराला से सामने आया था जहां के शारिक नाम के युवक ने लुधियाना की युवती को फर्जी हिन्दू नाम रखकर प्रेम जाल में फंसा लिया था और वहाँ से लगभग 30 लाख के गहने के साथ उस लड़की को लेकर मेरठ भाग आया। यहां आने पर जब लड़की को पता चला कि वो हिन्दू नाम फ़र्ज़ी था तो लड़की ने झगड़ा शुरू किया तो शारिक ने अपने दोस्तों और परिवार के साथ मिलकर उसके टुकड़े टुकड़े करके शव दफना दिया था।