Ravi Pujari: गिरफ्तारी के समय जा रहा था बाल कलर कराने, चार नामों के जरिए 26 साल तक पुलिस को देता रहा चकमा

क्राइम
ललित राय
Updated Feb 25, 2020 | 14:33 IST

Ravi Pujari under arrest: रवि पुजारी को एक साल के बाद कर्नाटक पुलिस अपने कब्जे में कामयाब हुई है। आखिर वो कुख्यात अपराधी किस तरह से पुलिस को चकमा देता रहा वो जानना दिलचस्प है।

गिरफ्तारी के समय बाल कलर कराने जा रहा था रवि पुजारी, चार नामों के जरिए 26 साल तक पुलिस को देता रहा चकमा
अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी 
मुख्य बातें
  • अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी 26 साल तक पुलिस को देता रहा चकमा
  • चार देशों में नाम बदलकर काले कारनामों को दिया अंजाम
  • सेनेगल में 19 जनवरी 2019 को हुआ गिरफ्तार, फरवरी में लाया गया भारत

नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी अब भारत के कब्जे में है। कर्नाटक पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और जो जानकारियां सामने आ रही हैं वो चौंकाने वाली है। रवि पुजारी पिछले 26 वर्षों से पुलिस को चकमा देता रहा है। लेकिन 2019 का साल उसके खिलाफ भारी पड़ा। सेनेगल पुलिस ने 19 जनवरी 2019 को उसे उस समय गिरफ्तार किया था जब वो बाल कलर कराने जा रहा था। करीब एक साल के बाद सेनेगल की सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उसे भारत प्रत्यर्पित किया गया। सबसे बड़ी बात है कि फरारी के दौरान वो पांच देशों में चार अलग अलग नामों से रहा। रवि पुजारी पर जब दबाव बढ़ने लगा था वो 1994 में भारत छोड़कर भाग गया। 

छोटा राजन का बेहद करीबी था रवि पुजारी
रवि पुजारी के खिलाफ कई गंभीर मामले थे। वो छोटा राजन का बेहद करीबी था। जब पुजारी पर दबाव बढ़ने लगा था तो वो 1994 में पहले नेपाल भागा और उसके बाद बैंकाक चला गया। पुलिस का कहना है कि वो 1994 से करीब चार साल तक धंधा चला रहा था। पुजारी मुंबई में कई गंभीर मामलों में लिप्त रहा है। वह छोटा राजन का करीबी था। 1994 में वह पहले नेपाल और फिर बैंकॉक भाग गया था। 1994 से 1998 के बीच पुजारी नेपाल से अपने नापाक धंधों को चलाता रहा। लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद नेपाल से भाग गया और 2003 तक बैंकाक में रहा। 

चार बार रवि पुजारी ने बदला नाम
पुलिस का कहना है कि रवि पुजारी ने कैसिनो और डांस बार में काफी पैसा लगाया था। लेकिन बैंकाक के स्थानीय माफिया से उसकी झड़प हुई जिसके बाद कारोबार करना मुश्किल हो गया और उसे लगने लगा कि अब बैंकाक उसके नापाक इरादे को अंजाम देने के लिए सुरक्षित नहीं है लिहाजा वो सूडान भाग गया। वहां वो कपड़े के धंधे में कूदा लेकिन नुकसान होने का वजह से धंधे को वाइंड अप कर बुर्किना फासो शिफ्ट हो गया। 

26 साल तक पुलिस को दिया चकमा
पुजारी भारत छोड़ चुका था। लेकिन हत्या और वसूली जारी रखी। बुर्किना फासो में भी जब उसे कामयाबी नहीं मिली तो साल 2015 में सेनेगल  भाग गया वहां उसने महाराजा इंडियन रेस्तरां खोला। सेनेगल में उसका धंधा चल निकला। पुलिस का कहना है कि उसका नाम रवि प्रकाश पुजारी था। अंडरवर्ल्ड गुरु छोटा राजन उसे एंटनी फर्नांडिस बुलाता था। कुछ समय के बाद रवि पुजारी ने अपना नाम बदला और टोनी फर्नांडिस रख लिया । टोनी फर्नांडिस नाम से वो नेपाल, बैंकॉक और सूडान में नाम से रहा। बुर्कीना फासो में आने के बाद उसने अपना नाम रॉकी फर्नांडिस बताया और इसी नाम पर पासपोर्ट बनवाया।

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