गाजियाबाद: व्हाट्सऐप के जरिए चलाए जा रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 8 लड़कियों समेत 15 लोग अरेस्ट

क्राइम
किशोर जोशी
Updated Jul 27, 2020 | 06:59 IST

Sex Racket: गाजियाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है जिसमें पुलिस ने 8 लड़कियों सहित 7 लड़कों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। यह रैकेट व्हाट्सऐप के जरिए चलाया जा रहा था।

Sex racket busted in Ghaziabad's Shalimar Garden eight women and seven men arrested
सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 8 लड़कियों समेत 15 लोग अरेस्ट 
मुख्य बातें
  • गाजियाबाद के साहिबाबाद क्षेत्र में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
  • फ्लैट में महिला देह व्यापार का संचालन कर रही थी, पांच साल से चल रहा था धंधा
  • गिरफ्तार लोगों में 8 लड़कियां तथा 7 लड़के शामिल, किराये के फ्लैट से चला रही थी रैकेट

गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे सेक्स रैकेट का खुलासा किया है जिसे व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया के जरिए संचालित किया जा रहा था। मामला साहिबाबाद के शालीमार गार्डन इलाके का है जहां विक्रम इंक्लेव में पुलिस ने एक फ्लैट पर छापा मारकर कुछ 15 लोगों की गिरफ्तारी की है। इनमें 8 लड़कियां और 7 लड़के शामिल हैं। इस रैकेट को बड़े ही सुनियोजित तरीके से काफी समय से संचालित किया जा रहा था। गिरफ्तार किए गए लोग काफी समय से इस रैकेट में शामिल थे।

ऑन डिमांड भेजा जाता था
इस रैकेट को एक महिला द्वारा चलाया जा रहा था दो दूर दराज के इलाकों से लड़कियों को पैसे का लालच देकर यहां लाती थी और फिर मेकअप करने के बाद उन्हें देह व्यापार के लिए दिल्ली औऱ गाजियाबाद में ऑन डिमांड होटलों में भी भेजा जाता था।। गौर करने वाली बात ये है कि इस रैकेट को सोशल मीडिया और व्हाट्स ऐप के जरिए चलाया था। ये लोग अपने क्लाइंट के पास इसी माध्यम से पहले लड़कियों की फोटो भेजते थे और फिर उसकी पसंद के मुताबिक लड़की वहां भेज दी जाती थी।

गिरोह की सरगना है महिला

 शालीमार गार्डन के एक कॉम्प्लैक्स से इस रैकेट को चलाया जा रहा था और सभी लड़कियों को इलाके के एक फ्लैट में रखा गया था। यहां ग्राहक पहुंचते थे और उसके बाद लड़कियों को बाहर भेजा जाता था। गिरफ्तार की गई युवतियां पंजाब, उत्तराखंड और अन्य राज्यों की हैं। गिरोह की महिला सरगना ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पति की मौत के बाद अपना गुजर बसर करने के लिए यह धंधा कर रही थी।

वसूली जाती थी भारी-भरकम राशि

 पुलिस के मुताबिक, महिला हर 6 महीने में अपना फ्लैट बदल देती थी और ऐसा वह पुलिस की नजरों से बचने के लिए करती थी। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि महिला फ्लैट का किराया भी मकान मालिक को तीन गुना अधिक देती थी। क्लाइंट के पास लड़कियों को भेजने के लिए बकायदा एक गाड़ी की व्यवस्था भी की गई थी और एक क्लाइंट से 10 से लेकर 25 हजार रुपये तक वसूले जाते थे।

अगली खबर