Vikas Dubey Encounter in Kanpur: विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसके गांव बिकरू में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस गांव में विकास के घर के आसपास, संदिग्ध घरों, कुएं, तालाब और खेतों में भी तलाशी कर रही है। वहीं पुलिस ने पुलिस ने उसके नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री की लोकेशन से सात बम बरामद किए हैं। सिसामऊ के सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने इस बात की पुष्टि करते हुए पूरी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि यह सात हाथ बम थे जो तबाही मचाने के लिए काफी हैं। पुलिस ने इन्हें अपने कब्जे में ले लिया है।
बता दें कि पुलिस ने गुरुवार रात विकास दुबे की पत्नी, बेटे और नौकरी को लखनऊ के कृष्णा नगर से अरेस्ट किया था। उसके बाद इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। पुलिस विकास दुबे के हर संदिग्ध संबंधी और करीबी के यहां पर छानबीन कर रही है। सिसामऊ के सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि यह बम 2 जुलाई की रात को पुलिसकर्मियों पर हमले के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले थे। पुलिस बम के संबंध में पूछताछ कर रही है। नौकर के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है।
बता दें कि कृष्णा नगर क्षेत्र में लखनऊ आवास के बाहर कई पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। विकास दुबे का भाई दीप प्रकाश दुबे फरार है। विकास की पत्नी ऋचा दुबे और बेटे को एसटीएफ अपने साथ ले गई थी और दोनों कानपुर में पुलिस लाइन में हैं।
4 जुलाई को बिकरू गांव में विकास के घर और कारों को नष्ट कर दिया था। इस दौरा उसके घर से भारी मात्रा में असलहा, बम और बारूद बरामद किए। विकास दुबे के मकान में बने तहखाने से पुलिस को दो किलो विस्फोटक के साथ तमंचे, कारतूस, देसी बम और बम बनाने का सामान मिला। खोजबीन के बाद पता चला था कि विकास दुबे ने पुलिस पार्टी को बम से उड़ाने की साजिश रच रखी थी।
पांच लाख के इनामी और आठ पुलिसकर्मियों की बर्बरता से हत्या करने के आरोपी विकास दुबे को शुक्रवार सुबह उज्जैन से कानपुर लाया गया था। इस दौरान तेज रफतार के कारण वह गाड़ी पलट गई जिसमें विकास दुबे और एसटीएफ के जवान मौजूद थे। इस दौरान विकास दुबे के सिर में चोट आई और उसने पुलिस की पिस्टल छीन भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे एनकाउंटर में खत्म कर दिया गया।