नई दिल्ली: सिंतबर 2019 का वह दिन जब राजस्थान के अलवर जिले बहरोड़ थाने पर एकाएक हथियारों से लैश कई बदमाश हमला कर देते हैं और चारों ओर एके 47 की गोलियों की आवाज सुनाई देती है। फिल्मी स्टाइल में हुए इस हमले में बदमाश लॉकअप में मौजूद अपने साथी पिपला गुर्जर को छुड़ा ले जाते हैं। राजस्थान पुलिस के इतिहास में यह इस तरह की पहली घटना थी जब किसी थाने में एके 47 जैसे घातक हथियारों से हमला कर अपराधी को छुड़ाया गया हो। इस वारदात के बाद पूरे विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला था। तब से फरार चल रहे मोस्ट वांटेड पपला गुर्जर आखिरकार पकड़ा गया है।
कौन है पपला गुर्जर
पपला गुर्जर के कारनामों की फेहरिस्त लंबी रही है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाले पपला गुर्जर पर कई संगीन मामले दर्ज है। अफने गुरु शक्ति गुर्जर की मौत के बाद अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला पपला गुर्जर 2017 में भी पुलिस की पकड़ में आया था लेकिन पेशी पर ले जाते समय पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करते हुए वह फरार हो गया। 2018 में जब राजस्थान में विधानसभा चुनाव हो रहे थे तो अलवर की बहरोड़ सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जसराम गुर्जर की पपला के विरोधी लादेन गैंग ने हत्या कर दी थी। इसके बाद जब वह जसराम गुर्जर की हत्या का बदला लेने सितंबर 2019 में बहरोड़ आया तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया लेकिन यहां लॉकअप में बंद होने के दौरान उसके साथी पपला को छुड़ाकर फरार हो गए।
पांच लाख का इनाम
राजस्थान पुलिस उसे ढूंढने के लिए लगातार प्रय़ास कर रही थी और उसके ऊपर पांच लाख रुपये का इनाम भी रखा था। फरार होने के बाद से ही पपला महाराष्ट्र के कोल्हापुर में रह रहा था और इधर पुलिस लगातार उसकी खोज में जुटी हुई थी। जैसे ही पुलिस को पता चला कि पपला गुर्जर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ कोल्हापुर में रह रहा है तो एक टीम बनाई गई और कोल्हापुर गई। जैसे ही पपला को पता चला कि पुलिस यहां पहुंच गई है तो उसने भागने की कोशिश की।
गर्लफ्रेंड की गर्दन पर रखा चाकू
पपला को पता चला कि पुलिस ने उसे घेर लिया है तो उसने उसने अपनी गर्लफ्रेंड की गर्दन पर चाकू रखकर पुलिस से कहा कि पीछे हट जाओ वरना इसे मार दूंगा। गौर करने वाली बात ये है कि ये वही गर्लफ्रेंड थी जिसने पपला को 509 दिनों से छुपाकर रखा था। पपला की यह गर्लफ्रेंड एक जिम चलाती हैं। इसके बाद जब पुलिस पीछे नहीं हटी तो पपला ने तीन मंजिला मकान से छलांग लगा दी लेकिन इस दौरान उसका एक पांव टूट गया और नीचे खड़े कमांडो ने उसे धर दबोचा।
बना रखा था फर्जी आधार कार्ड
पपला गुर्जर ने कोल्हापुर में रहने के लिए अपना एक फर्जी आधार कार्ड भी बना रखा था जिसमें उसने अपना नाम उदल सिंह रखा था। अब पुलिस इश बात की जांच भी कर रही है कि आखिर किसने पपला गर्जुर को इस फर्जी आधारकार्ड बनाने में मदद की। पपला 2017 में पुलिस की कस्टडी से भाग चुका है।