पासपोर्ट-वीजा धोखाधड़ी मामला: दिल्ली पुलिस ने स्पेशल ड्राइव चलाकर अब तक 99 एजेंट्स को गिरफ्तार किया

Passport and Visa fraud: आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने स्पेशल ड्राइव करते हुए 55 एजेंट्स और मास्टरमाइंड को धोखाधड़ी करने के आरोप में 2020 में अलग अलग केस में गिरफ्तार किया था।

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आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार 

मोहित ओम

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एयरपोर्ट यूनिट ने 99 एजेंट्स और मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है, ये पासपोर्ट वीजा की धोखाधड़ी में शामिल थे। 2020 से 2021 के बीच स्पेशल ड्राइव चलाकर इन्हें गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल ड्राइव चलाकर पुलिस ने तीन एजेंट महबूब खान, महेश कुमार, सैफ बरी को गिरफ्तार किया है। वसीम, उस्मान, तनवीर, सलमान शारजाह होते हुए अर्मेनिया येरवान से फ्लाइट नम्बर G9-467 से आए थे। ये लोग आईजीआई एयरपोर्ट से 24 अगस्त को अर्मेनिया के लिए निकले थे। येरवान एयरपोर्ट पर इन लोगों को वीजा चैक करने के लिए रोका गया और पता लगा कि इनके पास किसी और के वीजा हैं जो फर्जी लग रहे हैं। इमिग्रेशन डिपार्टमेंट की शिकायत पर इन चारों पैसेंजर्स को गिरफ्तार कर लिया गया।

डीसीपी एयरपोर्ट विक्रम पोरवाल के मुताबिक पूछताछ में चारों ने खुलासा किया कि अर्मेनिया का फर्जी वीजा सैफ नाम के एक एजेंट ने डेढ़ लाख पर वीजा लेकर दिलाए थे। इस केस में सेफ नाम के एजेंट को गिरफ्तार किया गया। सेफ ने बताया कि उसने गुरुग्राम के रहने वाले महेश नाम के एजेंट से लिए थे जिसके बाद महेश को भी गिरफ्तार किया गया। महेश ने बताया कि तैमूर नगर में टिकट एजेंट के तौर पर काम करता था और उसे ये फर्जी ई वीजा महबूब खान नाम के एक एजेंट ने दिए थे। महबूब खान को भी पुलिस ने इसकी निशानदेही पर गिरफ्तार किया। ई पेपर वीजा को वेरिफिकेशन कराने के लिए कन्सर्न अथॉरिटी में भेजा गया है। 

कैसे होता था फर्जी पासपोर्ट वीजा बनाने का धंधा क्या है इन मास्टर माइंड्स की मॉडस ऑपरेंडी

डीसीपी आईजीआई विक्रम पोरवाल के मुताबिक आरोपी एजेंट महबूब खान ऐसे लोगो की पहचान करता था जो विदेश जाना चाहते है और उन्हें पासपोर्ट वीजा दिलाने का वादा करते थे। इसके बाद फर्जी वीजा और पासपोर्ट तैयार करवाने के लिए महबूब उस शख्स की डिटेल्स महेश और सेफ को भेजते थे। इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड महबूब खान है। इसी के कहने पर सारे एजेंट्स काम करते थे।

अब तक 99 गिरफ्तार

आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने स्पेशल ड्राइव करते हुए 55 एजेंट्स मास्टरमाइंड जो फर्जी वीजा और पासपोर्ट के जरिए मासूम लोग जो विदेश जाना चाहते है उनके साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में 2020 में अलग अलग केस में गिरफ्तार किया।
 जांच को आगे बढ़ाते हुए इसी ड्राइव में 2021 में 31 अगस्त 2021 तक 44 ओर एजेंट्स मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है।
 2020 से शुरू की गई इस ड्राइव में 31 अगस्त 2021 तक टोटल 99 एजेंट्स को गिरफ्तार किया गया है जो फर्जी वीजा और पासपोर्ट के जरिए धोखाधड़ी के रैकेट में शामिल है। 

इन एजेंट्स तक पहुंचने के लिए एयरपोर्ट पुलिस को देश के अलग अलग हिस्सों में जाकर रेड्स करनी पड़ी। एयरपोर्ट पुलिस और डीसीपी एयरपोर्ट विक्रम पोरवाल की जनता से अपील है कि सोशल मीडिया, फोन कॉल्स ईमेल्स के जरिए पासपोर्ट वीजा दिलाने वाले एजेंट्स से सावधान रहें और अगर कोई जल्द पासपोर्ट वीजा दिलाने का वादा करके पैसो की मांग करे तो पुलिस से इसकी शिकायत करें।

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