Rajasthan: अलवर में युवक को पीट-पीट कर मार डाला, BJP ने उठाए गहलोत सरकार पर सवाल

राजस्थान के अलवर में फिर मॉब लिंचिंग हुई है। एक्सीडेंट को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ। मेवात इलाके में भीड़ ने योगेश जाटव को पीटा। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

alwar mob lynching
अलवर में मॉब लिंचिंग 
मुख्य बातें
  • अलवर मॉब लिंचिंग पर सियासी घमासान
  • बीजेपी ने गहलोत सरकार पर उठाए सवाल
  • दलित की मौत पर सेक्युलरिज्म के ठेकेदार चुप क्यों: अमित मालवीय

नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर में भीड़ ने पीट-पीटकर युवक की हत्या कर दी। इस मामले में अब सियासत गरमाने लगी है। एक तरफ तो पीड़ित परिवार को इंसाफ का इंतजार है तो दूसरी तरफ मॉब लिंचिंग पर सियासी घमासान मचा हुआ है। बीजेपी ने गहलोत सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस मामले को लेकर अमित मालवीय ने दलित की मौत पर ट्वीट कर आरोप लगाया है कि दलित की मौत पर सेक्युलरिज्म के ठेकेदार चुप है। हालांकि राजस्थान की गहलोत सरकार ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं कि अलवर में पहलू खां के मामले के बाद एक बार फिर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। इस बार मृतक 17 वर्षीय दलित युवक योगेश है। लेकिन हिंदुस्तान में सेक्युलरिज्म के ठेकेदार चुप हैं क्योंकि मारने वाले समुदाय विशेष से हैं, और मरने वाला दलित। भीम-मीम की दुहाई देने वाले भी नदारद हैं।

वहीं लिंचिंग की घटना पर बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए गहलोत सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि आरोपी कोई भी हो सख्त कार्रवाई होगी।

राजस्‍थान में दलित युवक को इतनी बेहरमी से पीटा गया कि उसे अलवर और फि‍र जयपुर के अस्‍पताल ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बची। अब परिवार इंसाफ मांग रहा है। वहीं बीजेपी का कहना है कि गहलोत सरकार आरोपियों को कड़ी से बड़ी सजा दे और जांच में किसी तरह का भेदभाव ना हो। 

अगली खबर