नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अरविंद केजरीवाल ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में आज हालात काफी कंट्रोल में हैं और इसके लिए दिल्ली के दो करोड़ लोग बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले हमने सुना था कि भारत चीन बार्डर पर शहीद हो गए ऐसे ना कितने सैनिक हमारे पिछले 73 साल में शहीद हो गए। जब हम आजादी के साथ देश में घूमते हैं और खुली हवा में सांस लेते हैं तो हम भूल जाते हैं कि ना जाने कितने सैनिकों ने कुर्बानी दी। आज उन सभी सैनिकों को याद करते हैं, सम्मान करते हैं और नमन करते हैं। साथ ही यह प्रतिज्ञा लेते हैं कि देश की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले सभी लोगों इज्जत की जिदंगी मिले। हम लोग अपने आजादी के वीरों के सपनों के भारत को पूरा करने में अपना योगदान दें।'
सीएम ने सबका शुक्रिया अदा किया
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों की तारीफ करते हुए कहा, 'दिल्ली के लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व कार्य करके दिखाए हैं। पिछले पांच साल के दौरान जब दुनियाभर में, देशभर में, शहरों में जब प्रदूषण बढ़ रहा था ऐसे में दिल्ली के लोगों ने 25 फीसदी प्रदूषण को कम कर दिया है। हम अभी संतुष्ट नहीं हैं इसे अभी और कम करना है। हम और कदम उठाएंगे। जब दुनिया में पॉल्यूशन बढ़ रहा था तो दिल्ली में कम हो रहा था। 2019 में लोगों ने मिलकर ऐसा कार्यक्रम छेड़ा कि पिछले साल एक भी मौत नहीं हुई। अब जब पूरी दुनिया में कोरोना फैल रहा है, जब दिल्ली में डर का माहौल था ऐसे में कुछ हफ्तों में लोगों ने अपनी समझदारी से कंट्रोल कर लिया। मैं ये नहीं कह रहा कि हमने लड़ाई जीत ली है, लेकिन 2 महीने पहले जो स्थिति थी उसे कंट्रोल कर लिया है। आज पूरे देश में दिल्ली मॉडल की चर्चा हो रही है। मैं आज उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जिन्होंने इसे कंट्रोल करने में मदद की जिसमें केंद्र सरकार भी शामिल हैं।'
दिल्ली मॉडल की चर्चा और कोरोना वॉरियर को किया सलाम
मुख्यमंत्री ने कहा, 'सभी कोरोना वॉरियर्स को मैं नमन करता हूं प्रणाम करता हूं। दिल्ली ने इस कोरोना की लड़ाई में नए-नए तरीके इजाद किए। एक पद्धति जो दिल्ली ने पूरी दुनिया और देश को दी वो है होम आइसोलेशन की। इटली, अमेरिका की कई कहानियां पढ़ी जहां लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिले। हमें पता चला कि वहां जो बीमार होता था उसे अस्पताल ले जाते थे। तब हमने सोचा कि जो सीरियस हैं उनके लिए बेड देंगे और नॉर्मल मरीजों का ईलाज घर में करेंगे। घर में रहने के दौरान रोज वो डॉक्टर के संपर्क में रहते थे। उन्हें ऑक्सीमीटर दिया अगर दिक्कत आती है तो अस्पताल में भर्ती कर देंगे। इस मॉडल से अस्पताल के बेड खाली हो गए और पूरे देश के लिए लाभदायक बने। 14 -14 दिन तक कोई भी क्वारंटीन नहीं होना चाहता। भगवान ना करे कि किसी कोरोना वॉरियर की सेवा करते करते जिंदंगी चली जाए तो उसके लिए एक-एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया।'
लाखों लोगों को रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली पहला राज्य था जहां प्लाज्मा का मॉडल अपनाया गया और प्लाज्मा बैंक बनाया गया। उन्होंने कहा, 'अब तक दिल्ली में कोविड-19 के 750 मरीजों का प्लाज्मा विधि से इलाज किया गया है। हम दिल्ली की अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाएंगे, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अभी हम सबने जॉब पोर्टल बनाया जिसमें नियोक्ता और नौकरी ढूंढने वाले को भी सहूलियत हो रही है। जिस दिन इस जॉब पोर्टल को शुरू किया तो मै इस बात को लेकर आशान्वित था कि अगर 10-15 हजार लोगों को जॉब मिल जाए तो बहुत अच्छा है। अभी तक इससे से लाखों लोगों को रोजगार मिल चुका है और 8 हजार से ज्यादा कंपनिया अपने आप को रजिस्टर्ट कर चुकी हैं।'
अभी नहीं खुलेंगे स्कूल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हम दिल्ली में स्कूल खोलने नहीं जा रहे हैं जब तक कि हम पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हो जाते। दिल्ली सचिवालय में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण को देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सरकार के लिए स्कूली बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, 'हमारे दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे बोर्ड परीक्षा में 98 फीसदी रिजल्ट आया। इन बच्चों ने दिखा दिया कि कुछ भी असंभव नहीं है। हमें भी बच्चों की उतनी ही चिंता है जितनी कि उनके पैरेंट्स को। हम स्कूल नहीं खोल रहे हैं।'
Delhi News in Hindi (दिल्ली न्यूज़), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।