Delhi Water Supply: यमुना में अमोनिया प्रदूषण के कारण दिल्ली में पानी की आपूर्ति ठप, ये क्षेत्र प्रभावित

Delhi Water Supply Hit: दिल्ली के लोगों को एक बार फिर से पीने के पानी की समस्या से दो चार होना पड़ेगा। यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति को रोका गया है। पानी में अमोनिया के कण दो प्रति मिलियन (पीपीएम) तक पहुंच गए हैं।

Delhi Water Supply Hit
दिल्ली में फिर से पीने के पानी की समस्या  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • दिल्ली में एक बार फिर से पीने के पानी की समस्या
  • यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ी, प्रशासन की चिंता बढ़ी
  • अमोनिया के कण दो प्रति मिलियन (पीपीएम) तक पहुंचे

Delhi Water Supply Hit: दिल्ली के लोगों को एक बार फिर से पीने के पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ेगा। शुक्रवार से दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की समस्या बनी रहेगी। दरअसल, यह समस्या यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा ज्यादा बढ़ने के कारण हो रही है। ऐसे में राज्य के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति को रोका गया है। इस बात की जानकारी दिल्ली जल बोर्ड ने दी है। जल बोर्ड के मुताबिक हाल ही में हरियाणा की ओर से यमुना नदी में लगातार ज्यादा रासायनिक कचरा बहाया गया है, जिसके कारण यमुना नदी के अंदर अमोनिया प्रदूषण बढ़ गया है।

ऐसे में दिल्ली जल बोर्ड के तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल ने अमोनिया युक्त पानी साफ करने से मना कर दिया है, जिसके कारण राजधानी के कई हिस्सों में पीने के पानी की समस्या बनी रहेगी। पानी में अमोनिया के कण दो प्रति मिलियन (पीपीएम) तक पहुंच गए हैं। 

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का स्तर पहले से कम

वहीं वजीराबाद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का स्तर पहले से कम है। यहां पानी का स्तर अभी 670 फीट है जबकि सामान्य 674.5 फीट होता है। ऐसे में वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का परिचालन प्रभावित हुआ है। स्थिति में सुधार होने तक दिल्ली के कई हिस्सों में जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। जल बोर्ड ने बताया है कि दिल्ली छावनी सहित पूर्वोत्तर दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, मध्य दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली के कुछ हिस्सों और नई दिल्ली नगर परिषद क्षेत्रों में कम दबाव के साथ पानी उपलब्ध हो सकेगा। 

30 प्रतिशत इलाकों में पीने के पानी का संकट

फिलहाल चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में 90 एमजीडी, वजीराबाद में 135 एमजीडी और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में 20 एमडीडी पानी साफ करने की क्षमता है। यमुना नदी में जलस्तर कम होने की वजह से ये तीनों ट्रीटमेंट प्लांट करीब दो महीने से पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यमुना नदी के अंदर अमोनिया की मात्रा सामान्य नहीं होने तक दिल्ली के करीब 30 प्रतिशत इलाकों में पीने के पानी का संकट बना रहेगा।

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