नयी दिल्ली: राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोविड-19 के कंटेनमेंट जोन (Containment Zones) के पुन: आकलन करने के बाद ऐसे क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 421 हो गई है।इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने की बड़ी कवायद के तहत अब तक करीब 2.45 लाख लोगों की जांच की गयी है।अधिकारियों ने बताया कि केंद्र के निर्देशों के बाद निरूद्ध क्षेत्रों को लेकर समीक्षा की जा रही है। कुछ जिलों में समीक्षा का काम अभी पूरा नहीं हुआ है तथा ऐसे क्षेत्रों की संख्या और बढ़ सकती है, उन्होंने कहा कि पुन: मूल्यांकन से पहले राजधानी में निरूद्ध क्षेत्रों की संख्या 280 थी।
दिल्ली में संडे को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,889 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से प्रभावित लोगों की संख्या 83,077 तक पहुंच गई।दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के रविवार के बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के कारण 65 लोगों की मौत हो गई।
इसके साथ ही दिल्ली में इस घातक वायरस से अब तक 2,623 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, दिल्ली के सरकारी एलएनजेपी अस्पताल के एक चिकित्सक की रविवार को कोविड-19 संक्रमण के कारण एक निजी अस्पताल के आईसीयू में मौत हो गई। जिस चिकित्सक की सुबह मौत हुई, वह एनेस्थीसिया के डॉक्टर थे। दिल्ली सरकार ने एलएनजेपी अस्पताल को केवल कोविड-19 मरीजों के इलाज वाले अस्पताल के रूप में तब्दील किया है। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया, 'आज सुबह वह जिंदगी की जंग हार गए।' उन्होंने बताया कि चिकित्सक की मैक्स स्मार्ट के आईसीयू में मौत हो गई, जो साकेत में कोविड-19 अस्पताल है। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में अब तक कई स्वास्थ्यकर्मी आ चुके हैं।
उत्तरी दिल्ली में 59 निरूद्ध क्षेत्र हैं। इसके बाद दक्षिणी दिल्ली में 56, मध्य दिल्ली में 40, शाहदरा में 38, पूर्वी दिल्ली में 33, दक्षिणपूर्वी दिल्ली में 32, उत्तरपश्चिम दिल्ली में 28, पश्चिमी दिल्ली में 25, नई दिल्ली में 21 और उत्तरपूर्वी दिल्ली में नौ निरूद्ध क्षेत्र हैं। एक अधिकारी ने कहा, 'शनिवार रात तक हमने दिल्ली में घर-घर जाकर सर्वेक्षण में करीब दो लाख लोगों की कोविड-19 संबंधी जांच की है। निरूद्ध क्षेत्रों में भी 45 हजार लोगों की जांच की गयी है।'
उधर, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बयान जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस से निपटने के लिए हर एजेंसी की मदद और समर्थन मांगा।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी से समर्थन मांगा था क्योंकि उनका माना था कि कोरोना वायरस से लड़ाई काफी बड़ी है और अकेले कोई भी व्यक्ति अथवा एजेंसी इससे निपटने में सक्षम नहीं है।सिसोदिया ने बयान में कहा कि पिछले सप्ताह से इसका असर दिखने लगा है और मरीजों के स्वस्थ्य होने की दर में सुधार हुआ है।
वहीं, 15 दिन के लिए चलाया जाने वाला सीरोलॉजिकल सर्वे रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दिन 1,947 नमूने एकत्र किए गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सर्वे अभियान के तहत एंटी-बॉडी का पता लगाने के लिए 20,000 लोगों के खून के नमूनों की जांच की जाएगी। यह अभियान 10 जुलाई तक राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से मिलकर चलाएगी। इस सर्वे की शुरुआत शनिवार को हुई थी और पहले दिन करीब 600 नमूने एकत्र किए गए थे।
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