Delhi School: दिल्ली में कल से अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगे स्कूल, प्रदूषण के चलते केजरीवाल सरकार ने लिया फैसला

Delhi School Closed News: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते एक बार फिर केजरीवाल सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। इस बार स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगे।

All schools in Delhi to be closed from tomorrow till further orders, due to current air pollution levels
दिल्ली में कल से अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगे स्कूल 
मुख्य बातें
  • दिल्ली में आगामी आदेश आने तक प्रदूषण के कारण स्कूल कल से बंद रहेंगे: पर्यावरण मंत्री गोपाल राय
  • इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी दिल्ली सरकार को फटकार
  • दिल्ली में आज भी प्रदूषण का स्तर गंभीर स्तर के पार पहुंचा

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूछे गए सवालों के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कल से राजधानी के सभी स्कूलों (Delhi Schools Closed) को अनिश्चितकाल तक बंद रखने का फैसला किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सभी स्कूलों को कल से अगले आदेश तक बंद करने का फैसला किया गया है।'

सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए एक आयोग होने की उपयोगिता पर सवाल उठाया। अदालत ने सरकार को वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए ठोस उपाय करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था।

कोर्ट ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ मुहिम को लेकर दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि यह लोकलुभावन नारा होने के अलावा और कुछ नहीं है। मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की विशेष पीठ ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने पिछली सुनवाई में घर से काम करने, लॉकडाउन लागू करने और स्कूल एवं कॉलेज बंद करने जैसे कदम उठाने के आश्वासन दिए थे, लेकिन इसके बावजूद बच्चे स्कूल जा रहे हैं और वयस्क घर से काम कर रहे हैं।

हलफनामों पर सवाल

 कोर्ट ने सरकार से तीखे सवाल करते हुए कहा, ‘बेचारे युवक बैनर पकड़े सड़क के बीच खड़े होते हैं, उनके स्वास्थ्य का ध्यान कौन रख रहा है? हमें फिर से कहना होगा कि यह लोकलुभावन नारे के अलावा और क्या है?’ दिल्ली सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने हलफनामे का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने विभिन्न कदम उठाए हैं। इस पर पीठ ने टिप्पणी की, ‘यह प्रदूषण का एक और कारण है, रोजाना इतने हलफनामे।’

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