बुलंदशहर के योग साधक प्रवीण ने योग को बनाया करियर, हरियाणा सीएम ने थपथपाई पीठ

प्रवीण कुमार पाठक योग के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम बन चुके हैं। प्रवीण का यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। बचपन में उन्‍होंने फेंफडों के इंफेक्‍शन, नर्वस सिस्‍टम इंफेक्‍शन और इम्‍यून सिस्‍टम की कमजोरी से जूझना पड़ा।

Praveen Kumar Pathak
Praveen Kumar Pathak 
मुख्य बातें
  • फेंफडों के इंफेक्‍शन, नर्वस सिस्‍टम इंफेक्‍शन और इम्‍यून सिस्‍टम की कमजोरी से जूझना पड़ा।
  • ऐसे थैरेपी, मल्लखंब, ऐरीयल योगा, रोप योगा, ऐरीयल हूप, पैर तीरंदाजी, योग नृत्य में हुए पारंगत।
  • इस उपलब्धि पर उन्‍हें हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्ट ने बुलाया और सम्‍मान दिया।

Yoga Trainer Praveen Kumar Pathak success story: उत्‍तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर के प्रवीण कुमार पाठक योग के क्षेत्र में जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। वह योग को कर‍ियर के रूप में अपना रहे हैं और तमाम लोगों को योग के माध्‍यम से जीवनशैली बदलने की प्रेरणा दे रहे हैं। हाल ही में प्रवीण कुमार पाठक ने हरियाणा के हिसार में आयोजित इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में भाग लिया और अपनी टीम को द्वितीय  एवं एकल वर्ग में प्रथम स्‍थान पाया। इस उपलब्धि पर उन्‍हें हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्ट ने बुलाया और सम्‍मान दिया। सीएम खट्टर ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए योग मैं आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया।

प्रवीण का यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। बचपन में उन्‍होंने फेंफडों के इंफेक्‍शन, नर्वस सिस्‍टम इंफेक्‍शन और इम्‍यून सिस्‍टम की कमजोरी से जूझना पड़ा। वहीं 12वीं के बाद उन्‍होंने दो साल B.Sc PCM की पढ़ाई की लेकिन कम नंबर आए तो कोई छोड़ दिया। इसके बाद उन्‍होंने योग एवं शारीरिक को अपनाया। आज प्रवीण योग के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम बन चुके हैं और कोविड काल में दर्जनों लोगों को ऑनलाइन माध्‍यम से योग सिखा चुके हैं। प्रवीण का मानना है कि योग का क्षेत्र व्‍यापक है। आज हर जगह पर योग सिखाने वालों की आवश्‍यकता है। युवा चाहें तो इस क्षेत्र में आगे संभावना तलाश सकते हैं। 

बुलंदशहर के प्रवीण पहासू के अंतर्गत आने वाले गांव रसूलगढ निवासी प्रवीण कुमार पाठक गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार से योगा साइंस और थैरेपी में एमएससी कर रहे हैं। वह कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुके हैं। इससे पहले उन्‍होंने M.M.H College गाजियाबाद से B.sc शारीरिक शिक्षा में ग्रेजुएशन किया और गोल्‍ड मेडल पाया। 

प्रवीण योग थैरेपी, मल्लखंब, ऐरीयल योगा, रोप योगा, ऐरीयल हूप, पैर तीरंदाजी, चिन फायर तीरंदाजी, योग नृत्य में पारंगत हैं। वह अब तक 10 मेडल जीत चुके हैं और उत्तर प्रदेश योग सम्राट 2018 रह चुके हैं। साथ ही योग रत्न सम्मान 2019 से नवाजे जा चुके हैं। उनके बताए आसन अपनाकर लोगों ने अपने जीवन में सकारात्‍मक परिवर्तन होते देखे हैं। 

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