CBSE के इस पोर्टल का उठाएं फायदा, परीक्षा और करियर के लिए फ्री में मिलेगी ये सुविधा

CBSE Exam: सीबीएसई ने यूनीसेफ के साथ पार्टनरशिप कर करियर गाइडेंस का ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। जो कि बच्चों के लिए पूरी तरह से फ्री है।

CBSE Portal
सीबीएसई के पोर्टल का उठाएं फायदा 
मुख्य बातें
  • कक्षा 9 से 12 के बच्चों के करियर गाइडेंस की मिलेगी सुविधा
  • पोर्टल पर 560 से ज्यादा करियर संबंधित जानकारी, 25 हजार कॉलेज के वोकेशनल कोर्सेस उपलब्ध हैं।
  • पोर्टल पर 1200 स्कॉलरशिप और 1150 परीक्षाओं की एक जगह जानकारी मिलेगी।

नई दिल्ली: इस समय कक्षा 10वीं और 12वीं के CBSE के टर्म-1 की परीक्षाएं चल रही है। छात्रों के लिए यह समय काफी दबाव वाला रहता है। यही नहीं 12 वीं के छात्र-छात्रा परीक्षा के बाद अपने करियर के लिए भी परेशान रहते हैं। ऐसे में परीक्षा और करियर की योजना बनाने में सीबीएसई की ऑनलाइन पोर्टल भी मदद कर सकता है। 

अगस्त में हुआ है लांच

CBSE ने यूनिसेफ के साथ साझेदारी में अगस्त में सभी संबंधित स्कूलों में कक्षा 9 से 12 के बच्चों के करियर गाइडेंस और काउसंलिंग के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया था। इसके तहत फ्यूचर प्लानिंग के लिए इंडस्ट्री, शिक्षा जगत और सरकार से जुड़े एक्सपर्ट्स के एक सलाहकार समूह को इसमें शामिल किया गया है। इसके लिए  http://www.cbsecareerguidance.com पर लॉग इन कर जुड़ा जा सकता है।

क्या मिलेगा फायदा

सीबीएसई के अनुसार नए पोर्टल पर छात्र-छात्राओं को विभिन्न करियर, कोर्स, स्कॉलरशिप,परीक्षाओं की जानकारी मिलेगी। जहां पर 560 से ज्यादा करियर संबंधित जानकारी, 25 हजार कॉलेज के वोकेशनल कोर्सेस, 1200 स्कॉलरशिप और 1150 परीक्षाओं की एक जगह जानकारी मिलेगी। साथ ही हर  स्कूल दो टीचर्स या काउंसलर्स को एक डिजिटल ट्रेनिंग सेशन के जरिए पोर्टल के लिए ट्रेंड किया जा रहा है।

विदेशी कॉलेज के कोर्सेज की जानकरी

छात्रों को विदेश में स्थित कॉलेज के कोर्स, परीक्षा आदि की भी जानकारी मिलेगी। नए पोर्टल की सुविधाओं का इस्तेमाल करने के लिए https://cbsecareerguidance.com/ पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिसके बाद गाइडेंस ली जा सकेगी।

इसके जरिए तीन बड़े फायदे मिलेंगे

1.एक ही जगह पर छात्र-छात्राओं को करियर संबंधित जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। जिसका वह घर बैठे एक्सेस कर सकेंगे।

2. पोर्टल का इस्तेमाल फ्री होगा। यानी किसी तरह का कोई फीस नहीं देनी होगी।

2. 10 भाषाओं में पोर्टल उपलब्ध होने से बच्चों के लिए भाषा की अड़चन नहीं आएगी।

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