सरकार का बड़ा फैसला, CBSE की 10वीं की परीक्षा रद्द, 12वीं की स्थगित

कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने सीबीएसई बोर्ड की 10वीं की परीक्षा रद्द और 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी है। 

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सरकार का बड़ा फैसला, CBSE की 10वीं की परीक्षा रद्द, 12वीं की स्थगित। 
मुख्य बातें
  • कोरोना संकट को देखते हुए सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं टाली गईं
  • 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द हुई जबकि 12वीं की परीक्षा स्थगित की गई
  • सरकार ने कहा कि छात्रों की सेहत एवं सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है

नई दिल्ली : कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने सीबीएसई बोर्ड की 10वीं की परीक्षा रद्द और 12वीं की परीक्षा स्थगित कर दी है। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं स्थगति करने की मांग की थी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक केंद्रीय शिक्षा मंत्री के साथ हुई जिसके बाद यह परीक्षाएं टालने पर फैसला हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय शिक्षा सचिव तथा अन्य शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में बुधवार को हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किए कई ट्वीट
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने अपने एक ट्वीट में कहा कि 10वीं कक्षा की परीक्षाएं चार मई से 14 जून के बीच होनी थीं जिसे रद्द कर दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि 10वीं बोर्ड का रिजल्ट बोर्ड की ओर से अपनाए जाने वाले मानक के आधार पर तैयार किया जाएगा।

Board exams

परीक्षा शुरू होने से पहले 15 दिनों का नोटिस
अपने एक अन्य ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बोर्ड एक जून 2021 को स्थिति की समीक्षा करेगा और इसके बाद परीक्षा के बारे में अगली जानकारी दी जाएगी। परीक्षाओं के शुरू होने से पहले कम से कम 15 दिनों का नोटिस दिया जाएगा। 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं 14 जून के बाद कराई जाएंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट, स्कूलों के बंद चलने के ध्यान में रखते हुए और छात्रों की सुरक्षा के लिए परीक्षाओं को टालने का फैसला लिया गया।  

पीएम ने कहा-छात्रों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य प्राथमिकता
इस बैठक में पीएम मोदी ने दोहराया कि छात्रों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों की सर्वश्रेष्ठ हितों का ख्याल करेगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों की सेहत और उनके अकेडमिक हितों को कोई नुकसान न पहुंचे। सरकार की ओऱ से जारी बयान में कहा गया है कि 10वीं की परीक्षा में अपने अंक से यदि कोई छात्र संतुष्ट नहीं है तो माहौल सही होने पर उसे परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा।  

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