IIT Madras : प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बी.एससी कोर्स शुरू

एजुकेशन
भाषा
Updated Jun 30, 2020 | 21:01 IST

Programming and Data Science in IIT Madras: आईआईटी मद्रास ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंट में ऑनलाइन बी.एससी डिग्री कोर्स शुरू किया है।

IIT Chennai introduce new course: प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बी एससी कोर्स शुरू
IIT मद्रास की खास पहल 
मुख्य बातें
  • आईआईटी मद्रास की खास पहल, प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला स्नातक कोर्स शुरू
  • एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने लॉन्च किया पाठ्यक्रम
  • 12वीं पास और 10वीं में गणित और अंग्रेजी विषय होना अनिवार्य

नयी दिल्ली।  मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) ने मंगलवार को कहा कि उसने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कोर्स शुरू किया है।यह कोर्स ऐसे किसी भी विद्यार्थी के लिए है जो कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण कर चुका है एवं दसवीं में उसके पास उसके पास अंग्रेजी और गणित विषय थे तथा जो कैंपस वाले किसी स्नातक पाठ्यक्रम मे दाखिला करा चुका है। जो विद्यार्थी इस बार बारहवीं उत्तीर्ण कर रहे हैं, वे भी आवेदन के पात्र हैं। स्नातक और कार्यशील पेशेवर भी यह पाठ्यक्रम कर सकते हैं।

एचआरडी मिनिस्टर ने पाठ्यक्रम किया लांच
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ और मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने यह पाठ्यक्रम लांच किया।
निशंक ने इस मौके पर कहा, ‘‘ आईआईटी मद्रास ने प्रोग्रामिंग और डाटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन बीएससी डिग्री कार्यक्रम शुरू किया है। विश्लेषण से खुलासा होता है कि हर साल सात से साढ़े सात लाख भारतीय विद्यार्थी बेहतर शिक्षा की खोज में विदेश चले जाते हैं और हमारी मेधा एवं राजस्व देश के बाहर चला जाता है।’’



आईआईटी मद्रास को इनोवेटिव कार्यक्रमों में महारत हासिल
उन्होंने कहा कि आईआईटी मद्रास जैसे संस्थानों के पास भारत में ही ऐसी उत्तम शिक्षा एवं अनोखा पाठ्यक्रम लाकर आत्मनिर्भरता के मार्ग पर देश को आगे बढ़ने में मदद पहुंचाने की दूरदृष्टि और मिशन है।आईआईटी मद्रास के अधिकारियों के अनुसार डाटा साइंस तेजी से उभरते क्षेत्रों में एक है जहां 2026 तक 1.15 करोड़ नौकरियां पैदा होने का अनुमान है।इस पाठ्यक्रम में तीन चरण होंगे--फाउंडेशन कार्यक्रम, डिप्लोमा कार्यक्रम और डिग्री कार्यक्रम। हर चरण में विद्यार्थी के पास इस सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कर बाहर आने का विकल्प होगा।

अगली खबर