परीक्षार्थियों के लिए शिवराज सिंह चौहान का बड़ा ऐलान- अगली कक्षा या सेमेस्टर में ऐसे मिलेगा प्रवेश

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परीक्षार्थियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्हें पिछले सालों के प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षा या सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा।

Shivraj Singh Chauhan
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 
मुख्य बातें
  • स्नातक प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थी बिना परीक्षा के होंगे पास
  • कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार ने लिया ये फैसला
  • जो परीक्षार्थी और सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को गत वर्ष/सेमेस्टर या आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा या सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर 4 सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/सेमेस्टर्स के सर्वाधिक अंकों के आधार पर अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे। जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, वे आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि स्कूलों को खोलने के संबंध में 31 जुलाई को समीक्षा कर निर्णय लेंगे। 12वीं कक्षा के ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारणवश 12वीं की परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनके लिए एक बार फिर परीक्षा आयोजित होगी। मेरे बच्चों मैं सतत तुम्हारे उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयत्नशील हूं। 

सुधार के लिए परीक्षा दे सकेंगे छात्र

मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के हित में बड़ा निर्णय लिया है।' अधिकारी ने बताया कि ऐसे परीक्षार्थी जो परीक्षा देकर और सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा। वे आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे। मध्य प्रदेश में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 17.77 लाख परीक्षार्थी हैं। 

जुलाई में आएंगे बोर्ड के परिणाम

मुख्यमंत्री मंत्रालय में कोरोना वायरस के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के संचालन तथा शालाओं को प्रांरभ करने के संबंध में बैठक ले रहे थे। बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी उपस्थित थे। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि ने बताया कि अगले हफ्ते से बच्चों को किताबों का वितरण कराने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न हो चुकी हैं। 10वीं के परिणाम जुलाई के प्रथम सप्ताह में तथा 12वीं के परिणाम जुलाई के तृतीय सप्ताह में संभावित है। प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि में रेडियो, टेलीविजन एवं मोबाइल के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जा रही है।

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