RRB Group D Exam Tips: रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष आरआरबी ग्रुप डी एग्जाम का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा में करोड़ों उम्मीदवार भाग लेते हैं। इस वर्ष आयोजित ग्रुप डी एग्जाम में भाग लेने के लिए रिकार्ड 1.90 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इस परीक्षा में बढ़ती भीड़ यह दिखाती है कि, ग्रुप डी एग्जाम देश के अंदर आयोजित सबसे पसंदीदा कंपटीटिव एग्जाम में से एक है। रेलवे इस परीक्षा के माध्यम से ट्रैक मेंटेनर ग्रेड- IV, विभिन्न तकनीकी विभागों में हेल्पर, असिस्टेंट पॉइंट्स मैन आदि की भर्ती करता है। अगर आप भी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यहां बढ़ती उम्मीदवारों के भीड़ के बीच अपनी तैयारी पुख्ता करनी होगी। यहां पर हम आपको घर बैठे कम समय में परीक्षा तैयारी का टिप्स बता रहे हें।
सिलेबस को समझें
किसी भी परीक्षा में बैठने के लिए उसके सिलेबस को अच्छी तरह से समझना जरूरी होता है। सिलेबस की पूरी जानकारी और समझ होने के बाद आप मजबूती से अपनी तैयारी कर सकते हैं। कुछ लोग बिना सिलेबस को समझे तैयारी में जुट जाते हैं और एग्जाम के समय उनकी पूरी मेहनत बेकार चली जाती है।
प्लानिंग के साथ तैयारी करें
आरआरबी ग्रुप-डी परीक्षा में 100 प्रश्न 100 अंक के पूछे जाते हैं। इसके लिए कुल 90 मिनट का समय दिया जाएगा। इसमें जनरल साइंस से 25, मैथ्स से 25, जनरल इंटेलीजेंस एंड रीजनिंग से 30 और जनरल अवेयरनेस एंड करंट अफेयर से 20 प्रश्न होते हैं। आप इस पैटर्न को ध्यान में रखकर अपने टॉपिक्स को पूरा करें।
एनसीईआरटी की किताब से करें गणित की तैयारी
इस परीक्षा में गणित सेक्शन के प्रश्न बेसिक लेवल के आते हैं, इसलिए गणित विषय की तैयारी एनसीआरर्टी की किताबों से ही करें तो बेहतर होगा। कई बार छात्र इसके लिए भारी भरकम किताबों से पढ़ने लगते हैं। बाद में कॉन्सेप्ट क्लियर नहीं रहता है और परीक्षा से पहले सब भूलने लगते हैं। इसलिए आप एनसीईआरटी की किताब से ही तैयारी करें।
करंट अफेयर्स में स्कोर करें
परीक्षा में करंट अफेयर्स से 20 प्रश्न पूछे जाते हैं। स्कोरिंग के लिए इसे सबसे अच्छा विषय माना जाता है। इसकती तैयारी के लिए आपको सिर्फ 1-2 साल के मुख्य घटनाओं को ध्यान में रखना होगा। इसकी तैयारी आप रोजाना न्यूज पेपर और मैगजीन पढ़कर कर सकते हैं। आपको रोजाना एक नियम के अनुसार यह काम करना होगा।
पुराने पेपर जरूर सॉल्व करें
तैयारी के दौरान पुराने प्रश्न पत्रों को लगातार सॉल्व करें। इससे आपको पेपर के सही पैटर्न की जानकारी मिल जाएगी। साथ ही आपकी विषयवार तैयारी भी हो जाएगी। पुराने पेपर को सॉल्व करने से आपकी रेगुलर प्रैक्टिस भी होती रहेगी। पुराने प्रश्नों को हल करते समय आप खुद की क्षमता का भी आकलन कर सकते हैं। प्रैक्टिस से यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि कैसे प्रश्न में आपको कितना समय लग रहा है।
मॉक टेस्ट और नोट्स जरूर बनाएं
परीक्षा की तैयारी में मॉक टेस्ट और शार्ट नोट्स बहुत काम आते हैं। ये दोनों आपके आखिरी समय के साथी हैं। कोशिश करें कि सिलेबस पूरा होने के बाद आप ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देने का प्रयास करें। यह आपके कमजोर पक्ष के साथ आपके मजबूत पक्ष को भी पहचान में मदद करेगा, ताकि आप उन पर ध्यान केंद्रित कर सकें। वहीं शार्ट नोट्स आपको कम समय में पूरे सिलेबस के बेहतर तैयारी में मदद करेंगे। इन पर एक नजर डालने पर आपको पढ़ा हुआ पूरा सिलेबस याद हो जाएगा।