नई दिल्ली: दिल्ली समेत यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, में आज से स्कूल खुल रहे हैं, स्कूलों को एसओपी के तहत खोला जाएगा और इसके लिए स्कूलों को गाइडलाइन जारी की गई हैं, इन राज्यों ने स्टूडेंट की सुरक्षा के लिहाज से गाइडलाइन बनाई हैं ताकि बच्चों की सुरक्षा सही तरीके से हो सके और उन्हें कोरोना से बचाया जा सके।
दिल्ली में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति में सुधार को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि कक्षा नौवीं से 12वीं तक के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान एक सितंबर से खुलेंगे। दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी भी छात्र को विद्यालय आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा और अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी।
17 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 1 सितंबर बुधवार से दिल्ली में स्कूल खुल जाएंगे, शुरुआत में बड़ी क्लासेज 9 से 12 तक कि पढ़ाई होगी। बाद में छोटे क्लासेज और फिर सबकुछ ठीकठाक रहा और कोविड मामले नहीं बढ़े तो आगे प्री प्राइमरी हालांकि इसको लेकर स्कूलों को कोविड गाइडलाइन का पालन करना पड़ेगा साथ ही पैरेंटस की सहमति के बाद 50 फीसदी उपस्थिती के साथ पढ़ाई होगी।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने माना भी की शिक्षा का बहुत नुकसान हो गया। और अब इसको लेकर आगे बढ़ना होगा। ऑफ लाइन यानी क्लास में मौजूद रहकर टीचर की मौजूदगी में पढ़ाई का कोई विक्लप नहीं है। ये बाते दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लेकर शिक्षा, हेल्थ और बच्चों के मनोविज्ञान पर काम करने वाले भी मानते है।
दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी भी छात्र को विद्यालय आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा और अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर कहा कि “टीम एजुकेशन" स्कूलों को सुरक्षित रूप से फिर से खोलने के लिए तैयार है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों के लिए कक्षाएं शुरू होने के बाद सख्ती से पालन करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी की है गाइडलाइंस में कहा गया है कि एक कक्षा में केवल 20 छात्रों के साथ कक्षाएं लगेंगी, यदि अधिक छात्र हैं, तो स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करते हुए आसन्न कक्षाओं में समायोजित करें।
तमिलनाडु में कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूल, कॉलेज और पॉलिटेक्निक संस्थान 1 सितंबर से फिर से खुलेंगे कोरोना के कारण स्कूल बंद कर दिए गए थे 21 अगस्त को, तमिलनाडु सरकार ने स्कूलों को फिर से खोलने सहित कई ढील देने की घोषणा की थी।
बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा एक से पांच तक के विद्यालय बुधवार से खुल रहे हैं। कई महीनों के बाद स्कूल में कदम रखने वाले बच्चों के स्वागत के लिए स्कूल भी तैयार हैं। स्कूल के गेट पर पहले बच्चों की थर्मल स्कैनिंग होगी फिर माथे पर टीका और चॉकलेट के साथ उनका स्वागत किया जाएगा। कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराने के लिए भी शिक्षकों ने कमर कस ली है। महानिदेशक बेसिक शिक्षा की ओर से सभी बीएसए को निर्देश दिए गए है कि स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाए।
कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल खुल चुके हैं। एक सितम्बर से कक्षा एक के विद्यालय भी खुल जाएंगे। इससे पहले मार्च में चंद दिनों के लिए स्कूल खुले थे लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते बंद कर दिए गए थे। प्राथमिक स्कूलों में बच्चों का शिक्षण कार्य दो पालियों में होगा। पहली पाली सुबह 8 से 11 बजे तक जबकि दूसरी पाली सुबह 11.30 बजे से शुरू होगी। कक्षाओं में सेनीटाइजर की व्यवस्था की जाएगी।
इन नियमों का करना होगा पालन
बच्चों की थर्मल स्कैनिंग के बाद उनको स्कूल प्रवेश दिया जाएगा। बच्चों को दो मास्क लेकर आना होगा। मिड डे मील खाने के लिए अपने बर्तन साथ में लाना होंगे ताकि बच्चे एक दूसरे के बर्तनों का प्रयोग न कर सकें। बच्चों को अपनी पानी की बोतल साथ लाना होगी। ऑफलाइन कक्षा के लिए अभिभावकों की अनुमति जरूरी होगी। जो बच्चे ऑफलाइन नहीं पढ़ना चाहते वह ऑनलाइन कक्षा में शामिल हो सकते हैं।
राजस्थान में फिर से स्कूल खोलने की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं बता दें कि बुधवार एक सितम्बर से कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। सरकार ने स्कूल खोलने की एसओपी जारी कर दी है । शिक्षा मंत्री के मुताबिक कोरोना गाइड लाइन की पालन करते हुए स्कूलें खोली जाएंगी । पांच हजार सरकारी और 16 हजार निजी स्कूलों सहित 21 हजार स्कूलों को खोलने की तैयारी है।
एक आंकलन के मुताबिक करीब 50 हजार विद्यार्थी स्कूल पहुंचेंगे, शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर की वजह से कुछ महीनों की पढाई मारी गयी है लिहाजा 30 फीसदी सिलेबस कम किया जाएगा वहीं बैठने के अनुपात में 30 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य होगी यह भी तय किया जाएगा कि बच्चे आपस में लंच बॉक्स शेयर नहीं करें।
सेनिटाइजेशन और मास्क का भी पूरा खयाल रखना जरूरी होगा, वहीं यह सुनिश्चित किया जेगा कि पढाने वाले अध्यापक और अन्य स्टाफ दोनों वैक्सीन लगवा चुका हो।
मध्य प्रदेश में कक्षा 6 से 8वीं तक के छात्रों के लिए 1 सितंबर से स्कूल खुल रहे हैं वहीं 9वीं 12वीं तक की कक्षाओं के स्कूल हर दिन चलेंगे, बता दें कि कक्षा 11वीं और 12वीं के स्कूल 26 जुलाई से खोले गए थे जबकि कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए 5 अगस्त को स्कूल खोले गए थे।कोरोना के मामले कम होने के बाद मध्यप्रदेश में भी 1 सितंबर से स्कूल खोले जाएंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि छठी से बारहवीं तक के छात्रों के लिए एक सितंबर से स्कूल खोले जाएंगे उन्होंने कहा कि स्कूल 50 फीसदी उपस्थिति एवं कोविड 19 से सुरक्षा संबंधी अन्य उपायों के साथ खुलेंगे।