कोविड-19 एक बार फिर से अपने पैर पसार रहा है लेकिन दिल्ली में बढ़ते कोरोना के बीच स्कूल खुले रहेंगे। इस दौरान स्कूलों को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिशा निर्देश का सख्ती से पालन करना होगा। स्कूल के लिए नई एसओपी भी बन रही है। एसओपी का कितना पालन हो रहा है, इस पर नजर भी रखनी होगी और नियमों का उल्लंघन किए जाने पर जुमार्ना लगाने का प्रावधान होगा। इस निर्णय को बुधवार के दिन हुई दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी बैठक में लिया गया। दिल्ली में फेस मास्क लगाना भी अनिवार्य हो गया है।
डीडीएमए की इस बैठक की अध्यक्षता दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने की। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल रहे। दिल्ली के उपराज्यपाल ने बताया कि विशेषज्ञों के परामर्श से स्कूलों के लिए कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए एसओपी निर्धारित की जानी चाहिए। स्कूल मैनेजमेंट की ओर से सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
उपराज्यपाल ने कहा कि छात्रों के व्यापक हित में दिशा निर्देश का सही पालन होना चाहिए। उपराज्यपाल के अनुसार ऐसी स्थिति में जबकि स्कूलों के लिए बनाई गई एसओपी का गैर-अनुपालन हो या फिर एसओपी का उल्लंघन हो तो जुर्माना लगाया जाना चाहिए। उपराज्यपाल का कहना है कि छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए एक निवारक प्रभाव पैदा करने के लिए जुर्माना लगाया जाना चाहिए। उन्होंने सभी एजेंसियों को सतर्क रहने और स्थिति से निपटने के लिए समन्वय में काम करने की सलाह दी।
दिल्ली और एनसीआर के कई स्कूलों में भी कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। स्थिति का आकलन करने के उपरांत दिल्ली सरकार का कहना है कि स्थिति अभी इतनी गंभीर नहीं है और दिल्ली में फिलहाल ऑफलाइन कक्षाएं चालू रहेंगी। यानी स्कूल बंद नहीं किए जाएंगे।
दिल्ली के स्कूलों के संबंध में बुधवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। हालांकि कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए स्कूलों को कड़े नियम अपनाने होंगे। स्कूलों के लिए नई एसओपी जारी की जा रही है। दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को इस नई एसओपी का सख्ती से पालन करना होगा। छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए एसओपी का सख्ती से पालन न करने पर जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जाएगा।
दिल्ली सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या काफी कम है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ी है। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नए निर्णय लेने के लिए ही दिल्ली आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई गई थी।
वहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय का कहना है कि स्कूलों के लिए ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया, जिसके तहत छात्रों को कोविड-19 करवाना अनिवार्य हो। ऐसे में किसी भी स्कूल के सभी छात्रों को कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य तौर पर करवाने की आवश्यकता नहीं है। शिक्षा निदेशालय के मुताबिक फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा संबंधी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं।