Success Tips: मेहनत और लगन से रोहित खोसला ने पाया मुकाम, जानें उनकी सफलता का मूलमंत्र

दिल्ली के रहने वाले रोहित खोसला आत्मनिर्भर भारत की कल्पना को साकार करते हुए उन युवाओं के लिए प्रेरणा बने हैं जो किसी डर से ऊंचा नहीं सोच पाते हैं।

Rohit Khosla
Rohit Khosla 

Success Story: दिल्ली के रहने वाले रोहित खोसला आत्मनिर्भर भारत की कल्पना को साकार करते हुए उन युवाओं के लिए प्रेरणा बने हैं जो किसी डर से ऊंचा नहीं सोच पाते हैं। रोहित ने बहुत ही कम समय में अपनी मेहनत और लगन के बल पर वो मुकाम पाया है जो इतनी कम उम्र में हर किसी को नहीं मिलता। रोहित आज न सिर्फ आर.के. इंटरनेशनल ग्रुप के प्रमुख हैं, बल्कि साथ में उन्होंने न्यू स्टार मेडिकल सेंटर, आर.के. अंतर्राष्ट्रीय कौशल विकास केंद्र और खोसला एक्जिम प्रा लिमिटेड जैसे विभिन्न उपक्रम भी आरम्भ किए हैं जिनके माध्यम से वह आज सैकड़ों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। 

दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से वाणिज्य में स्नातक के बाद रोहित ने अपनी ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए किया और उसके बाद व्हार्टन बिजनेस स्कूल और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के अलावा हार्वर्ड विश्वविद्यालय से भी कुछ विशिष्ट ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और प्रमाणपत्रों में दाखिला लिया। रोहित का मानना है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता के शीर्ष स्थान पर पहुंचने के लिए अपने स्किल्स को डेवलेप करना जरूरी होता है। 

सफलता के मंत्र पर बात करते हुए रोहित कहते हैं कि व्यापार की दुनिया हो और कोई क्षेत्र, हमेंं कदम रखते हुए किसी भी कदम पर हिचकिचाना नहीं चाहिए। वह कहते हैं कि सही समय की प्रतीक्षा करने के बजाय अवसर पैदा करने के बारे में सोचना चाहिए। 

कोरोना योद्धा की निभाई भूमिका

कोविड की दूसरी लहर में रोहित खोसला ने महामारी से प्रभावित लोगों की मदद की। उस समय रोहित खोसला पीड़ितों को ऑक्सीजन प्रदान करने वाले यन्त्र और अस्पतालों में बेड की व्यवस्था के लिए काम कर रहे थे। उनकी टीम ने अनेक मेडिकल सेंटर्स पर प्लाज्मा की व्यवस्था करके भी लोगों की बहुत मदद की। 

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