Scholarships For Study: कॉलेज छात्रों के लिए ये हैं टॉप 5 स्‍कॉलरशिप, जानिए योग्‍यता और अन्‍य जरूरी बातें

Scholarships For Study: महंगी होती शिक्षा के बीच हायर एजुकेशन हासिल करना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए आसान नहीं होता है। इन छात्रों की मदद के लिए सरकार कई तरह की स्‍कॉलरशिप योजना चलाती है। यहां हम देश के टॉप 5 स्‍कॉलरशिप योजना के बारे में बता रहे हैं।

Scholarships For Study
कॉलेज छात्रों के लिए टॉप 5 स्‍कॅलरशिप   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • आर्थिक रूप से कमजोर और मेधावी छात्रों की मदद करते हैं ये स्‍कॉलरशिप
  • 12वीं के बाद हासिल कर सकते हैं इनमें से कोई भी स्‍कॉलरशिप
  • स्‍कॉलरशिप में चुने गए छात्रों का प्रतिमाह या वार्षिक रूप से की जाती है मदद

Scholarships For Study: 12वीं के बाद हायर एजुकेशन हासिल करना अब आसान नहीं रह गया है। महंगी होती शिक्षा कई बार आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के भविष्य की राह में रोड़ा बन जाती है। ऐसे छात्रों की मदद के लिए सरकार की ओर से कई स्कॉलरशिप योजनाएं चलाई जाती हैं। जिनकी मदद से मेधावी और आर्थिक स्तर पर कमजोर छात्र अपनी हायर एजुकेशन जारी रख सकते हैं।

यहां पर हम पांच ऐसे ही स्‍कॉलरशिप के बारे में बताने जा रहे हैं, जो छात्रों को एजुकेशन हासिल करने में काफी मदद करते हैं।

सेंट्रल सेक्टर स्कीम ऑफ स्कॉलरशिप फॉर कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स (सीएसएसएस)

यह काफभ्‍ व्‍यापक स्‍तर पर दिया जाने वाला स्‍कॉलरशिप है। यह सीएसएसएस स्‍कॉलरशिप हर साल 82,000 स्टूडेंट्स को दिया जाता है। इसमें 50-50 फीसदी लड़े के और लड़की होती हैं।  ये स्कॉलरशिप कॉलेज और यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के लिए है। इयके तहत ग्रेजुएशन के दौरान छात्रों को हर साल 10,000 रुपए और पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान 20 हजार रुपये हर साल दिए जाते हैं। इसका उद्देश्य पढ़ाई के दौरान छात्रों की दैनिक जरूरतों को पूरा करना है।

स्कॉलरशिप के लिए योग्‍यता

यह स्‍कॉलरशिप हासिल करने के लिए सफल उम्मीदवारों के अंक 80 पर्सेंटाइल से ऊपर होने चाहिए। साथ ही परिवार की सालाना आय 8 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

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किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई)

इस स्‍कॉलरशिप का उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों को आगे बढ़ाना है। यह स्‍कॉलरशिप विज्ञान और तकनीकी विभाग की तरफ से दिया जाता है। इस स्कॉलरशिप के लिए एक परीक्षा देनी होती है। इसकी परीक्षा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कराता है। किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के तहत चुने जाने गए छात्रों को पीएचडी से पहले तक 5000 से 7000 रुपए प्रतिमाह की फेलोशिप दी जाती है।

स्‍कॉलरशिप के लिए योग्‍यता

इसके परीक्षा में बैठने के लिए 12वीं में 75 फीसदी मार्क्स होना जरूरी है। इसकी परीक्षा में एप्टीट्यूड टेस्ट लिया जाता है। जिसके आधार पर शॉर्टलिस्ट उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इन दोनों परीक्षाओं को पास करने के बाद स्कॉलरशिप दी जाती है।

प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप स्कीम (पीएमएमएस)

प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप स्‍कीम के तहत देश के भूतपूर्व सैनिक, अन्‍य केंद्रीय बल, पुलिस कर्मी एवं रेलवे कर्मी जो आतंकी और नक्सली हमले में शहीद हुए हैं उनके बच्चों एवं विधवाओं को दी जाती है। इसका मकसद उच्‍च तकनीकी और पेशेवरीय शिक्षा में उन्‍हें बढ़ावा देना है। स्‍कॉरशिप के तहत प्रतिमाह 2000 से 3000 रुपये दिए जाते हैं।

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स्‍कॉलरशिप के लिए योग्यता

इस छात्रवृत्ति को हासिल करने के लिए 12वीं, डिप्लोमा या ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक प्राप्त करने होंगे। साथ ही आवेदक की आयु 18 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

प्रगति स्कॉलरशिप स्कीम (एआईसीटीई)

यह स्‍कॉलरशिप मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की तरफ से दिया जाता है। यह 12वीं पास होने के बाद 5000 लड़कियों को दिया जाता है। इनमें से 2000 डिग्रीधारक और 2000 डिप्लोमाधारकों को दिया जाता है। वहीं 1000 स्कॉलरशिप दिव्यांग छात्राओं के लिए रिजर्व रहता है। लड़कियों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करना ही इसका उद्देश्य है। चुनी गई छात्राओं को सालाना 50 हजार रुपये की स्कॉलरशिप के साथ अन्य लाभ भी मिलते हैं।

स्कॉलरशिप के लिए योग्‍यता

यह स्‍कॉलरशिप मेरिट के आधार पर दिया जाता है। इसके लिए मान्यता प्राप्त संस्थान में दाखिला लेना होगा। परिवार की वार्षिक आय 8 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

महात्मा गाांधी नेशनल फैलोशिप (एमजीएनएफ)

एमजीएनएफ की तरफ से आयोजित होने वाला यह एक पब्लिक पॉलिसी और मैनेजमेंट से जुड़ा सर्टिफिकेट प्रोग्राम है। इस दो वर्षीय शैक्षणिक कार्यक्रम के तहत आईआईएम में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके पहले वर्ष में छात्रों को 50 हजार रुपये महीने और दूसरे वर्ष 60 हजार रुपये महीने दिया जाता है।

फैालेशिप के लिए योग्‍यता

इस फेलोशिप के लिए छत्रों का ग्रेजुएशन होना आवश्यक है, साथ वह भारत का नागरिक हो और उसकी आयु न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतक 30 वर्ष होनी चाहिए। साथ ही आवेदन करने वाले के पास 10वीं के बाद ग्रामीण अंचल में सामाजिक/गैर-लाभकारी क्षेत्रों तीन वर्ष तक काम करने का अनुभव होना चाहिए।

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