UP TET Validity: अब आजीवन वैलिड होगा यूपीटीईटी का प्रमाणपत्र, यूपी सरकार का बड़ा फैसला

यूपी में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के प्रमाणपत्र को आजीवन वैध करने के प्रस्‍ताव को हरी झंडी दिखा दी गई है। यूपी सरकार के इस आदेश के बाद मुख्‍यमंत्री के इस आदेश के बाद अनेक युवाओं को राहत मिलेगी

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यूपी में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के प्रमाणपत्र को आजीवन वैध करने के प्रस्‍ताव को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हरी झंडी दे दी है। 
मुख्य बातें
  • यूपी में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के प्रमाणपत्र को आजीवन वैध करने के प्रस्‍ताव को हरी झंडी
  • अभी तक यूपी में टीईटी प्रमाणपत्र पांच वर्ष के लिए मान्य
  • अब एक बार टीईटी पास करने पर मिलने वाला प्रमाण पत्र आजीवन वैलिड

Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test Lifetime Validity: यूपी में टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) के प्रमाणपत्र को आजीवन वैध करने के प्रस्‍ताव को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हरी झंडी दे दी है। अभी तक यूपी में टीईटी प्रमाणपत्र पांच वर्ष के लिए मान्य है। हर पांच साल के बाद उम्मीदवारों को दोबारा यूपी टीईटी परीक्षा पास करनी होती थी। लेकिन मुख्‍यमंत्री के इस आदेश के बाद अनेक युवाओं को राहत मिलेगी। अब एक बार टीईटी पास करने पर मिलने वाला प्रमाण पत्र आजीवन वैलिड होगा।

सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) का प्रमाणपत्र को आजीवन वैधता प्रदान की जाए। सीएम योगी ने इस संबंध में जल्द नोटिफिकेशन जारी करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी के आदेश बाद एक बार परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद दोबारा देने की आवश्यकता नहीं होगी। इस आदेश से लाखों शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है।

केंद्र के अनुसार यह आदेश 2011 से प्रभावी होगा।यूपी में जुलाई 2011 में नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद यूपी बोर्ड ने पहली बार 13 नवंबर 2011 को टीईटी कराई गई थी। उसके बाद से परीक्षा नियामक प्राधिकारी ये परीक्षा आयोजित कराता है।

प्राइमरी व जूनियर स्कूलों यानी कक्षा एक से आठ तक पढ़ाने के लिए टीईटी अनिवार्य होता है। अब पात्रता आजीवन रहने पर अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा में बैठने से मुक्ति मिलेगी और आवेदन शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा। वहीं परीक्षा इंतजामों पर खर्च से भी निजात मिलेगी।
 

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