नई दिल्ली: वर्तमान में जो उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 की तैयारी कर रहे हैं, वे केंद्र और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) से परीक्षा के लिए एक अतिरिक्त प्रयास यानी अटेम्पट की मांग कर रहे हैं और कोविड-19 महामारी की मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए इस बारे में मांग की जा रही है। इस विषय पर केंद्र ने यूपीएससी परीक्षा 2022 में एक अतिरिक्त प्रयास के संबंध में एक महत्वपूर्ण अपडेट दिया है।
इस साल के अंत में परीक्षा का आयोजन किया जाना है। केंद्र सरकार ने सूचित किया है कि यूपीएससी के उम्मीदवारों को एक अतिरिक्त प्रयास मिलने की संभावना नहीं है।
केंद्र ने गुरुवार को राज्यसभा को सूचित किया कि साल 2022 के लिए सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को अतिरिक्त प्रयास देने के लिए कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है, जबकि कई उम्मीदवार मौजूदा स्थिति के कारण अतिरिक्त प्रयास करने की मांग कर रहे हैं।
कोविड -19 महामारी के कारण सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में उम्मीदवारों को आयु में छूट और अतिरिक्त प्रयास देने का मुद्दा भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सामने उम्मीदवारों, कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह की ओर से दायर रिट याचिकाओं के माध्यम से लाया गया था। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सरकारी की ओर से इसका लिखित उत्तर दिया गया है।
केंद्र की ओर से सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित निर्णयों के आधार पर, मामले पर विचार किया गया है और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 (सीएसई) के संबंध में कई प्रयासों और आयु सीमा के संबंध में मौजूदा प्रावधानों को बदलना संभव नहीं पाया गया है। इस बारे में विचार करने को लेकर भी कोई मामला विचाराधीन नहीं है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारियों का चयन करने के लिए हर साल आयोजित होती है। इस साल UPSC CSE प्रीलिम्स देश भर में 5 जून को आयोजित किए जाने की संभावना है।