अंकिता चौधरी को यूपीएससी की परीक्षा में पहली बार मे नहीं बल्कि दूसरी बार में सफलता हासिल हुई थी। उन्होंने अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन लिया था। अंकिता के मुताबिक प्रीलिम्स में रिसोर्सेज कम रखें और मॉक टेस्ट की रोजाना प्रैक्टिस करें। इसके अलावा नोट्स रिवाइज करते रहें और कोशिश करें कि गलतियां कम करें। परीक्षा में छात्र कोशिश करें कि वो अधिक से अधिक सवाल को अटेम्प्ट कर सकें। परीक्षा में जब भी क्वेचन पेपर मिले उसे कम से कम दो बार पढ़ें क्योंकि कई बार चीजों को समझने में समय लगता है।
अंकिता ने बताया कि जब उन्होंने परीक्षा दी थी, तब उन्होंने लगभग 85 प्रतिशत सवाल किए थे। क्योंकि ये आपको एक सेफ जोन में ला सकता है। प्रीलिम्स के पेपर को अंकिता ने दो बार पढ़ा था, जिसके बाद आंसर भरना शुरू किया। उन्होंने बताया कि हर विषय के लिए कुछ खास किताबे हैं, जिसके मुताबिक आप तैयारी आसानी से कर सकते हैं। प्रीलिम्स में अच्छी तैयारी के साथ क्लीयर किया जा सकता है लेकिन मेन्स के लिए तैयारी और प्रैक्टिस दोनों की जरूरत होती है। मेन्स में ऑप्शनल सब्जेक्ट का बहुत बड़ा योगदान होता है।
ऑप्शनल सब्जेक्ट आपके नंबर स्कोर को गिरा भा सकते हैं और बढ़ा भी सकते हैं। इसलिए प्रीलिम्स की परीक्षा के बाद मेन्स के लिए अपनी मेहनत को जारी रखें। अंकिता के अनुसार जब भी यूपीएससी के लिए ऑप्शनल सब्जेक्ट का चुनाव करें, कोशिश करें कि उसमें आपकी रुचि हो। या उस विषय पर आपकी कमांड हो। अगर समझ में ना आए तो प्रीवियस ईयर के ऑप्शनल सब्जेक्ट के सिलेबस देख सकते हैं। उसके आधार पर अपना ऑप्शनल सब्जेक्ट का चुनाव करें।
उन्होंने बताया कि पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनने के पीछे मेरी खास वजह थी। क्योंकि इसका सेलिबस काफी छोटा है और आप इसे तीन महीने के अंदर भी तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा मुझे इस विषय में खास रुचि भी हैं। खास स्ट्रेटजी को बनाते हुए उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट 314 नंबर स्कोर किए थे। इस परीक्षा में कोशिश करें कि अपने जवाब रोचक तरीके से लिख सकें। जिसके लिए डायग्राम, प्वाइंट्स, सब हेड इनकी मदद से आप अपने जवाब को आसानी से समझा भी सकते हैं। और पढ़ने वाले को आपकी कॉपी रोचक भी लगेगी।