मुंबई को 'सपनों का शहर' माना जाता है। अपने सपनों को पूरा करने और बॉलीवुड में सफलता पाने के लिए हर साल कई लोग इस शहर में आते हैं। ईरान की एक लड़की मंदना करीमी भी ऐसा ही एक सपना लेकर मुंबई आई। उसने अपने सपनों को हकीकत में बदल दिया। हालांकि, मंदना के लिए सफलता और फेम आसान नहीं रहा। उन्होंने कड़ी मेहनत की, शोहरत को देखा और फिर चर्चा से गायब हो गई। मंदना ने मुश्किल दिनों का सामना किया और अब वह 'द कैसीनो' के साथ वापसी कर रही हैं। वह वेब सीरीज 'द कसीनो' में मुख्य किरदार निभा रही हैं। जूम डिजिटल के साथ खास बातचीत में मंदाना ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर करने और अपने कठिन वक्त के बारे में बातचीत की। उन्होंने उस समय का भी जिक्र किया जब वह 'बेघर' हो गई थीं।
'मैं हिंदी पर काम कर रही हूं'
मंदना ने कहा कि ईमानदार से बताऊं दो मैंने इसे (द कसीनो) को नहीं चुना बल्कि इसने मुझे चुना। मैंने काफी सालों तक काम नहीं किया था और जब मुझे मिला तो मैं सिर्फ काम करना चाहती थी। मैं वाकई कोई प्लान नहीं बनाया कि ओटीटी करना चाहती हूं या मैं या नहीं करना चाहती हूं। इसके अलावा मैंने एक डैली सोप भी भी किया 'इश्कबाज'। साथ ही मैंने टिस्का चोपड़ा और राहुल बोस के साथ गानों की शूटिंग की, जो अभी तक रिलीज नहीं हुए। मैं अपने क्राफ्ट पर कड़ी मेहनत कर रही हूं और एक्टिंग की क्लास ले रही हूं। थिएटर करने के साथ अपनी हिंदी पर काम करने में बिजी हूं।
'हर दिन एक नई चुनौती होती है'
मंदाना काफी समय से इंडस्ट्री से दूर थीं। उनके पास कोई काम नहीं था। उन्होंने बताया कि कैसे काम मिलना कितना मुश्किल था। अपने कठिन दिनों को याद करते हुए मंदना ने कहा कि इस इंडस्ट्री में हर दिन आपके पास एक नई चुनौती होती है। हर एक दिन हजारों भारतीय या बाहर से आए लोग इंडस्ट्री का हिस्सा बनना चाहते हैं क्योंकि यह एक ग्लैमलर जगह है। हर कोई बदला जा सकता है। मुझे लगता है जिस पल आप ब्रेक लेते हैं तो वापस आना मुश्किल हो जाता है। खासकर जब आप भारत से नहीं हैं। जहां तक मेरे काम का सवाल है, मुझे लगता है कि बहुत सी गलतफहमी, नकारात्मकता थी। कुछ लोगों का कहना था कि हम उसके (मंदना) साथ काम नहीं करना चाहते हैं, उसे संभालना मुश्किल है।
मंदाना ने कहा कि मुझे लगता है कि मैंने संघर्ष नहीं किया। मैं एक ऐसी दिशा में काम कर रहा थी, जहां लोगों ने मेरे साथ काम नहीं किया। अब यह दिखाने के लिए कि मैं यहां हूं, मैं काम करना चाहता हूं। मैं एक ईमानदार और मेहनती लड़की हूं। इसलिए मैं घृणा या नकारात्मकता जो कुछ भी था, उसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया और किसी के बारे में कोई राय नहीं बनाई। मैंने इसे बहुत सकारात्मक तरीके से लिया। बहुत सारे लोग वास्तव में सही थे। मेरे पास लगभग ढाई साल से कोई काम नहीं था।
'मुंबई सस्ता शहर नहीं है'
मंदाना ने अपने जीवन के सबसे कठिन दौर के बारे में बात की जब उन्हें 'बेघर' होना पड़ा था। उन्होंने कहा कि काम मिलने या पैसे नहीं होने पर फोकस करने से मेरे लिए सबसे अधिक चिंता करने वाली बात एक छोटे से अपार्टमेंट में सर्वाइव करने की कोशिश करना था। मुंबई में रहना वास्तव में कठिन है। यह सस्ता शहर नहीं है और फिर एक दिन अचानक रातभर के अंदर मैं बेघर हो गई। रातभर में सबकुछ मेरे लिए बदल गया। जिसने कुछ मुझे हौसला दिया वह मेरा दृढ़ संकल्प, शानदार परिवार और दोस्त थे जो मेरे आसपास हैं। फिल्मों में कुछ बुरे अनुभव थे जिसके कारण मैंने इंडस्ट्री से दूर भागने की कोशिश की। लेकिन मुझे लगता है कि जब इंडस्ट्री आपको वापस ली रही है तो मुझे गुरेज नहीं करना चाहिए। मैं अपने जीवन में इतना खुश कभी नहीं रही।'
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