बॉलीवुड एक्ट्रेस जेनेलिया डिसूजा ने हाल ही में कोरोना को मात दी है। जेनेलिया ने 21 दिन तक कोरोना से पीड़ित थीं। वह एसिम्पटोमेटिक (लक्षणरहित) थीं। उन्होंने ठीक होने के बाद एक इमोशनल पोस्ट भी लिखी थी। अब जेनेलिया ने आइसोलेशन में बिता समय के बारे में बात की है। उन्होंने बताया है कि कोरोना से जूझते वक्त सबसे तकलीफदेह चीज क्या थी?
जेनेलिया डिसूजा ने एक अलग अलग फ्लैट में अकेले रहने के बारे में ईटाइम्स के साथ बात करते हुए कहा, 'अकेले रहना बहुत मुश्किल था, किसी की कदमों की आहट सुनने को भी नहीं मिलती थी। किसी भी ऐसा मौहल में होने के भयानक होता है जो पूरी तरह से आपकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा नहीं होता। साथ ही कंफर्ट भी नहीं होता। वहां बैठकर ऑनलाइन वक्त बिताने के सिवा कोई काम नहीं था।'
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि दोस्तों ने ऑनलाइन माध्यमों के जरिए उन्हें खुश रखा। रितेश देशमुख ने इस मुश्किल समय में दो बेटों को एक पिता के रूप बखूबी संभाला, जिसे जेनेलिया ने काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि हालांकि रितेश बेहद चिंतित था, फिर भी उन्होंने हिम्मत से काम लिया।। रितेश एक ग्रेट पति और पिता हैं। बता दें कि करीब 10 साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद जेनेलिया और रितेश ने साल 2012 में शादी की थी। जेनेलिया और रितेश के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम रेयान और छोटे बेटे का नाम राहिल है।
गौरतलब है कि जेनेलिया ने कोरोना को हराने के बाद शनिवार को इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था कि मैं तीन हफ्ते पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। मैं पिछले 21 दिनों से एसिम्पटोमेटिक थी। ईश्वर की कृपा से मैं आज कोरोना निगेटिव हो गई हूं। तमाम लोगों की दुआओं से इस बीमारी के साथ मेरी लड़ाई बहुत आसान हो गई। लेकिन साथ ही मुझे यह स्वीकार करना होगा कि आइसोलेशन में ये 21 दिन मेरे लिए सबसे चुनौतीपूर्ण रहे हैं। मैं अपने परिवार और प्रियजनों के साथ वापस आकर खुश हूं।
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