आज बॉलीवुड एक्ट्रेस आशा पारेख का जन्मदिन है और वो 77 साल की हो गई हैं। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1942 को एक गुजराती परिवार में हुआ था। उनके पिता तो गुजराती थे लेकिन उनकी मां मुस्लिम थीं। उन्होंने बहुत कम उम्र से ही एक्टिंग करना शुरू कर दिया था।
आशा ने साल 1952 में फिल्म मां में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम किया। इसके बाद साल 1954 में वो फिल्म बाप बेटी में नजर आईं। उनकी फिल्म फ्लॉप रही जिससे वो निराश हो गईं और उन्होंने फिर से अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया। इसके बाद साल 1959 में उन्होंने एक्ट्रेस के तौर पर डेब्यू करने का फैसला किया लेकिन फिल्म मेकर विजय भट्ट ने यह कहकर उन्हें रिजेक्ट कर दिया कि वो स्टार मटीरियल नहीं हैं। इसके आठ दिन बाद फिल्म प्रोड्यूसर सुबोध मुखर्जी और राइटर/ डायरेक्टर नासिर हुसैन ने उन्हें फिल्म दिल देके देखो में साइन किया। फिल्म में वो शम्मी कपूर के साथ नजर आईं और इस फिल्म ने उन्हें बड़ा स्टार बना दिया।
इसके बाद नासिर हुसैन ने आशा पारेख को 6 और फिल्मों में साइन किया, जिसमें जब प्यार किसी से होता है, फिर वो ही दिल लाया हूं, तीसरी मंजिल, बहारों के सपने, प्यार का मौसम और कारवां शामिल है। इसके बाद उन्होंने कई और फिल्मों में काम किया जिनमें अयोध्यापति, आशा, घराना, छाया, अपना बनाके देखो, आन मिलो सजना, कटी पतंग, मेरा गांव मेरा देश, चिराग, आया सावन झूम के, नया रास्ता, बहारों के सपने, नादान, समाधि, हीरा, जख्मी जैसी कई फिल्में शामिल हैं।
आशा पारेक ने कभी नहीं की शादी
आशा पारेश अपने समय की सबसे खूबसूरत और कामयाब एक्ट्रेसेस में शामिल रहीं लेकिन उन्होंने कभी शादी नहीं की। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी अकेले गुजार दी। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी किस्मत में अकेला रहना लिखा था और वह अकेले बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, 'जिनकी जिंदगी में शादी नहीं लिखी होती उनके पार्टनर का या तो निधन हो जाता है या वो उनका पार्टनर उन्हें अकेला छोड़ देता है।' उन्होंने बताया कि उनके पेरेंट्स हमेशा उनके लिए अच्छा लड़का ढूंढते रहे।
इस डायरेक्टर से प्यार करती थीं आशा
आशा पारेख ने कभी शादी तो नहीं की लेकिन वो डायरेक्टर नासिर हुसैन से प्यार करती थीं, जो कि पहले से शादीशुदा थे और उम्र में उनसे करीब 15 साल बड़े थे। उन्होंने अपनी बायोग्राफी 'द हिट गर्ल' में खुलासा किया था कि वो नासिर हुसैन (आशा की पहली डेब्यू फिल्म के डायरेक्टर) से प्यार करती थीं। उन्होंने खुलासा किया था, 'हां नासिर साहब ऐसे इकलौते इंसान थे जिनसे मैंने प्यार किया।' उन्होंने कहा मुझे लगता है कि एक ऑटोबायोग्राफी लिखना बेकार है अगर मैं उन लोगों के बारे में ना लिखूं जो मेरी जिंदगी में मायने रखते थे।
आशा ने कहा था, 'मैं कभी होम- ब्रेकर नहीं थी। मेरे और नासिर साब के परिवार के बीच कभी कुछ गड़बड़ नहीं रही।' आशा ने कहा था कि उन्होंने कभी शादी नहीं कि क्योंकि मैं हुसैन साब को कभी उनके परिवार से दूर नहीं करना चाहती थी।
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