Bollywood Throwback: बॉलीवुड की दुनिया में ट्रेजेडी क्वीन के नाम से मशहूर रही अभिनेत्री मीना कुमारी की अदाकारा और खूबसूरती का कोई मुकाबला नहीं। ना केवल गुजरे जमाने में, बल्कि आज भी कोई अदाकारा मीना कुमारी के बराबर खुद को नहीं मान सकती। मीना कुमारी के लाखों दीवाने थे। अभिनेता, निर्माता, निर्देशक सभी उनके साथ काम करने का बहाना तलाशते थे। जहां मीना कुमारी शूटिंग करती वहां लोगों का हुजूम उनकी एक झलक पाने के लिए लग जाता था।
मीना कुमारी की जिंदगी भी तमाम दिलचस्प किस्सों से भरी रही, वहीं उनकी जिंदगी में जितना दर्द रहा, शायद ही उतना किसी दूसरी अदाकारा को रहा होगा। मीना कुमारी से जुड़ा एक किस्सा काफी दिलचस्प है। महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री की तरफ से मुंबई के एक स्टूडियों में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को फिल्म पाकीजा की शूटिंग देखने के लिए आमंत्रित किया गया था। शास्त्री जी मना नहीं कर पाए और शूटिंग देखने पहुंचे।
वहां शास्त्री जी भव्य सम्मान हुआ। मीना कुमारी ने जैसे ही लाल बहादुर शास्त्री को माला पहनाई। उसके बाद शास्त्री जी ने बड़ी विनम्रता से पुछा “यह महिला कौन है?” एक समय जब मीना कुमारी का नाम हर किसी की जुबान पर था, चारों तरफ उनके चर्चे थे, इसके बावजूद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री उन्हें पहचान नहीं पाए।
कुलदीप नैयर की किताब ‘ऑन लीडर्स एंड आइकॉन्स : फ्रॉम जिन्नाह टू मोदी’ (ON LEADERS AND ICONS : FROM JINNAH TO MODI) में इस घटना का जिक्र मिलता है। किताब के अनुसार, मंच से जब लाल बहादुर शास्त्री ने संबोधित किया तो सार्वजनिक तौर पर उनसे माफी मांगी। शास्त्री जी ने कहा- ‘मीना कुमारी जी, मुझे माफ करना। मैंने आपका नाम पहली बार सुना है।' शास्त्री जी की इस बार से मीना कुमारी भी शरमा गईं।
4 फरवरी 1972 को मीना कुमारी की फिल्म पाकीजा रिलीज हुई जिसे बहुत पसंद किया गया। इसके तीन हफ्ते बाद मीना कुमारी की तबीयत बहुत खराब हो गई औऱ उन्हें सेंट एलिजाबेथ नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया जहां 31 मार्च 1972 को उनका निधन हो गया।
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