अभिनेता मनोज बाजपेयी को नए सिंगल 'बंबई में का बा' में उनके रैपिंग कौशल के लिए सराहा जा रहा है। गाने को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और नेशनल अवॉर्ड विजेता अभिनेता का कहना है कि इसकी सफलता के पीछे का कारण यह है कि गाना मूलभाषा में है और यह प्रवासी मुद्दे से संबंधित है। सभी उम्र के लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहे गीत के बारे में बात करते हुए मनोज ने बताया, 'यह बहुत ही अनोखा रैपिंग है, क्योंकि यह देसी भाषा में है। कोई भी भोजपुरी में रैप करने के बारे में नहीं सोच सकता था और वह भी उस विषय के बारे में जो प्रचलित है।'
गाने के लिए फिल्मकार अनुभव सिन्हा के साथ हाथ मिलाने वाले अभिनेता का कहना है कि प्रवासी मुद्दा ऐसा विषय है, जो आज नहीं जन्मा है। अभिनेता ने कहा,'प्रवासी समस्या लंबे समय है। लोग अपने घरों को छोड़कर जिंदगी की तलाश में बड़े शहरों में जा रहे हैं, यह समस्या हमेशा से रही है और इसीलिए लोग गाने को पसंद कर रहे हैं। यह फैक्टर काम कर रहा हैं और यह बहुत अच्छी तरह से एक साथ सामने आया है।'
मालूम हो कि इस गाने में उन्होंने बिहार से मुंबई जाने वाले प्रवासियों के दर्द को बयां किया है। रिलीज होते ही ये गाना छा गया है और दर्शकों को बहुत पसंद आ रहा है। इस गाने को अनुभव सिन्हा ने डायरेक्ट किया है। अनुभव सिन्हा और मनोज बाजपेयी इस गाने के जरिए 26 साल बाद एक साथ फिर से काम कर रहे हैं। 26 साल पहले 1993 में एक टीवी सीरियल शुरू हुआ था 'शिकस्त' जिसके डायरेक्टर थे अनुभव सिन्हा उसी में मनोज बाजपेयी ने काम किया था।
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