Pandit Jasraj Songs: पंडित जसराज के वो 5 गाने, जिनकी छाप हमेशा लोगों के दिलों पर रहेगी

Pandit Jasraj Popular Songs: : शास्‍त्रीय संगीत के पुरोधा पंडित जसराज ने कई गानों को अपनी आवाज दी है। उनके पांच गाने ऐसें हैं, जिनकी छाप हमेशा लोगों के दिलों पर रहेगी।

Pandit Jasraj
पंडित जसराज 
मुख्य बातें
  • पंडित जसराज ने दुनिया को अलविदा कह दिया
  • उन्होंने 90 साल की उम्र में आखिरी सांस ली
  • जसराज का दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ

महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने 90 साल की उम्र में अमेरिका के न्यूजर्सी में अंतिम सांस ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के बाद से पंडित जसराज न्यूजर्सी में ही थे। शास्‍त्रीय संगीत के क्षेत्र में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए उन्‍हें पद्म विभूषण (2000) , पद्म भूषण (1990) और पद्मश्री (1975) जैसे सम्मान से नावाजा गया था। पंडित जसराज ने आखिरी प्रस्तुति नौ अप्रैल को हनुमान जयंती पर फेसबुक लाइव के जरिए वाराणसी के संकटमोचन हनुमान मंदिर के लिए दी थी। उन्होंने कई गानों में अपनी आवाज दी है। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 गानों के बारे में।

शास्त्रीय गायन के इतर पंडित जसराज ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी गाने गाए थे। उन्होंने पहली बार साल 1966 में आई फिल्म 'लड़की सह्याद्रि' में अपनी आवाज दी थी। डायरेक्टर वी शांताराम की इस फिल्म में उन्होंने 'वंदना करो अर्चना करो' भजन को राग अहीर भैरव में गाया था। उन्होंने दूसरा गाना साल 1975 में आई फिल्म 'बीरबल माय ब्रदर' में गाया था। इसमें उन्होंने और भीमसेन जोशी ने राग मालकौन में जुगलबंदी की थी। पंडित जसराज ने 'फिल्म 1920' के लिए भी एक गाना गया था। फिल्म का मशहूर गाना 'वादा तुमसे है वादा' पंडित जसराज की ही आवाज में था। यह फिल्म साल 2008 में आई थी। इनके अलावा उन्होंने दो भक्ति सॉन्ग श्री मधुराष्टकम् और गोविन्द दामोदर माधवेति भी गाए, जिन्हें बेहद पसंद किया गया।

पंडित जसराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'पंडित जसराज जी के निधन से भारतीय सांस्कृतिक क्षेत्र में एक गहरी रिक्‍तता आ गई है। न केवल उनकी प्रस्तुतियां उत्कृष्ट थीं, बल्कि वह कई अन्य गायकों के लिए भी एक असाधारण गुरु साबित हुए। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति मैं संवेदना व्‍यक्त करता हूं। ओम शांति।' वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ ने ट्विटर पर लिखा, 'सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के निधन से मुझे गहरा दुःख हुआ है। मेवाती घराना से जुड़े पंडितजी का सम्पूर्ण जीवन सुर साधना में बीता। सुरों के संसार को उन्होंने अपनी कला से नए शिखर दिए। उनके जाने से संगीत का बड़ा स्वर मौन हो गया है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।'
 

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