मुंबई. 1999 कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक शेरशाह 12 अगस्त को रिलीज होने जा रही है। फिल्म में कैप्टन विक्रम बत्रा की लाइफ, उनका शौर्य और शहादत दिखाई जाएगी। विक्रम बत्रा के भाई विशाल बत्रा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनका अंतिम संस्कार किस तरह से हुआ था।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में विक्रम बत्रा के भाई विशाल बत्रा ने बताया कि, 'मुझे याद है कि मैं जब स्कूल में पढ़ता था तो डेड बॉडी को देखने से बेहद डरता था। लेकिन, जब विक्रम की डेड बॉडी आई तो पता नहीं मुझमे कैसे हिम्मत आई। मैं और मेरे जीजाजी ने ही विक्रम के शव की पहचान की। जब हम अंतिम यात्रा के लिए शमशान ले जा रहे थे तो शव को मैंने ताबूत से बाहर निकाला और अपने हाथों में लिया। ये मेरी लाइफ का पहला अंतिम संस्कार था।'
निकल गया था सारा डर
विशाल बत्रा आगे कहते हैं, 'वो मंजर बेहद दर्दनाक था। मुझे नहीं पता कि इतनी हिम्मत मुझे कैसे आई। मेरे अंदर मृत्यु का जो भी भय था वह एकदम से चला गया था। मैंने अपना भाई खो दिया था और साथ ही मौत का डर भी चला गया था।' आपको बता दें कि विक्रम बत्रा और विशाल बत्रा जुड़वा भाई थे। विक्रम का निकनेम लव और विशाल का निकनेम कुश था।
बहन का हुआ था मिसकैरिज
विशाल बत्रा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि विक्रम बत्रा की शहादत की खबर जब उनकी बहन को पता चली तो वह इसका सदमा नहीं झेल सकी। वह पांच महीने की प्रेग्नेंट थी। उनका मिसकैरिज हो गया था।
शेरशाह के डायरेक्टर विष्णु वर्धन ने एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म के क्लाइमैक्स में विक्रम बत्रा का अंतिम संस्कार दिखाया जाएगा। कियारा आडवाणी ने बताया कि ये फिल्म का सबसे इमोशनल सीन है।
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