बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण गोवा से मुंबई आ गई हैं। NCB यानी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ड्रग्स मामले में पूछताछ करेगा। सुशांत सिंह की मौत के बाद ड्रग्स एंगल की जांच में लगभग पूरा बॉलीवुड आ गया है। बॉलीवुड की टॉप हीरोइनों का नाम इसमें सामने आ रहा है। अब एक-एक करके NCB सबसे पूछताछ करेगी। दीपिका के पति और बॉलीवुड के एक्टर रणवीर सिंह ने NCB से खासतौर पर दीपिका के साथ पूछताछ में शामिल होने की अनुमति मांगी है। क्या रिया चक्रवर्ती की तरह ही दीपिका को भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लेगी या फिर दीपिका NCB के सवालों का जवाब देने के बाद स्वतंत्र हो जाएंगी और अपने घर जाएंगी। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस मामले में लीगल एक्सपर्ट्स से बात की। जानें क्या कहना है उनका।
व्हाट्सएप चैट की गंभीरता पर क्या कहा माजिद मेमन ने ?
वरिष्ठ कानूनी विशेषज्ञ माजिद मेमन कहते हैं, “नार्कोटिक्स और साइकोट्रॉपिक एक्ट (एनडीपीएस) कानून का एक कड़ा टुकड़ा है और एनसीबी के पास किसी भी गतिविधि की जांच करने और उसका पता लगाने की व्यापक शक्तियां हैं जो मादक पदार्थों और नशीले पदार्थों जैसे प्रतिबंधित सामग्री से संबंधित हैं। इस मामले में एनसीबी इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस अधिनियम के प्रावधान का उल्लंघन करके अपराध किए गए हैं। दीपिका के लिए एक गवाह के रूप में पूछताछ की जा सकती है या उसे एक संदिग्ध के रूप में पूछताछ की जा सकती है। माजिद मेमन ने कहा कि जिस व्हाट्सएप चैट के आधार पर दीपिका को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है, उसका इस स्तर पर अभी अभूत अधिक मूल्य नहीं है। असल में अधिक मायने ये रखता है कि क्या दीपिका ने ड्रग्स का इस्तेमाल दूसरों के लिए किया क्या सिर्फ अपने लिए। जब तक कि यह कुछ स्वतंत्र स्रोत से किसी प्रकार का संबंध नहीं रखता है, तब तक इसे परीक्षण के स्तर पर कानून की अदालत में बरकरार नहीं रखा जाएगा।
दीपिका की गिरफ्तारी पर क्या कहा हितेश जैन ने ?
एक अन्य कानूनी विशेषज्ञ हितेश जैन ने खुलासा किया, '' प्राइमा फेशी में केवल गलत काम करने के सबूत हैं और इस तरह के गलत कामों की जांच की आवश्यकता है इसलिए उसे तलब किया गया है। अभी मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि वह दूसरों के दिए गए बयानों और एनसीबी के साथ उपलब्ध सामग्री के अलावा अपने व्हाट्सएप चैट के कारण पूछताछ के लिए बुलाई गई हैं। हितेश जैन ने आगे कहा, “दीपिका को इस मामले में गिरफ्तार किया जाएगा, यह सोचना अभी बहुत जल्दबाजी होगी। हमें नहीं पता है कि वास्तव में दीपिका के खिलाफ क्या सबूत मिले हैं।”
NDPS एक्ट के तहत दीपिका पर मामला दर्ज नहीं हो सकता- रिजवान मर्चेंट
कई बॉलीवुड मामलों पर काम कर चुके कानून विशेषज्ञ रिजवान मर्चेंट ने खुलासा किया, “रिया और दीपिका के खिलाफ मामले बहुत अलग हैं। रिया को नार्को पदार्थ के अधिग्रहण और भुगतान के लिए चार्ज किया जा रहा है, जबकि दीपिका को इसके लिए चार्ज नहीं किया गया है। रिजवान मर्चेंट ने कहा कि करिश्मा के साथ सन्देश का जो आदान-प्रदान हुआ है, वो कई साल पुराना है। अगर दीपिका इससे इंकार कर देती हैं कि उन्हें ये संदेश नहीं मिले हैं, तो उन्हें NDPS एक्ट के तहत बुक नहीं किया जा सकता।
लीगल एक्सपर्ट अपनी-अपनी तरफ से कई दलीलें दे रहे हैं, लेकिन दीपिका पादुकोण के मामले में NCB क्या कदम उठाएगी और ये मामला कहां तक जा सकता है, इसके बारे में सोच तो सकते हैं, लेकिन अंदाजा लगाना मुश्किल है।
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