Mithun Chakraborty की जिंदगी का वो हादसा, जब शुरू हुआ नक्सली गिरोह छोड़कर फिल्म स्टार बनने का सफर

फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती इन दिनों बीजेपी में शामिल होने को लेकर चर्चा में हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि नक्सल समूह का हिस्सा होने के बाद एक हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी थी।

Mithun Chakraborty
मिथुन चक्रवर्ती  |  तस्वीर साभार: Instagram
मुख्य बातें
  • बीजेपी में शामिल हुए मशहूर फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती
  • दिलचस्प रहा है मिथुन दा के एक अभिनेता और फिल्म स्टार बनने का सफर
  • हादसे ने शुरू किया था नक्सली गिरोह छोड़ फिल्मी दुनिया की ओर जाने का सफर

मुंबई: फिल्म स्टार मिथुन चक्रवर्ती इन राजनीतिक वजहों से चर्चा में बने हुए हैं। पहले से ही लगातार सुर्खियां बटोर रहा पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव अब बॉलीवुड स्टार रहे अभिनेता से जाकर जुड़ गया है। कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में आयोजित पीएम मोदी की रैली से पहले फिल्म एक्टर ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है और वह पार्टी में शामिल हो गए हैं। उम्मीद की जा रही है मतदाताओं पर इसका सीधे तौर पर असर देखने को मिल सकता है।

कार्यक्रम के दौरान बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने मिथुन चक्रवर्ती का मंच पर स्वागत किया और इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय, सुभेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय के साथ अन्य बीजेपी नेता भी मंच पर मौजूद रहे। इससे पहले बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की तस्वीरें सामने आने के बाद भी 'मिथुन दा' चर्चा में आ गए थे। देखिए अभिनेता के बीजेपी में शामिल होने का वीडियो।

उम्र के लिहाज से 70 के आंकड़े को पार कर चुके मिथुन चक्रवर्ती की जिंदगी एक समय ऐसी थी जब शायद ही किसी ने या फिर उन्होंने खुद ऐसा होगा कि वह फिल्मों की चमक धमक भरी दुनिया का अहम चेहरा बन जाएंगे। वह एक समय नक्सली गिरोह का हिस्सा थे लेकिन परिवार के साथ हुए एक हादसे के बाद जिंदगी ने ऐसी करवट ली जिसने मिथुन दा का रुख अंधेरे भरी उस दुनिया से बाहर की ओर मोड़ दिया।

16 जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन चक्रवर्ती का असल नाम 'गौरांग चक्रवर्ती' था। फिल्मों में आने से वह पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से बकायदा एक्टिंग का कोर्स किया था और इसके बाद 350 से ज्यादा फिल्मों में काम करके दर्शकों के दिलों पर लंबे समय तक राज किया। उनकी पहली फिल्म 'मृगया' (1976) में रिलीज हुई थी।

Mithun Chakraborty

शायद बहुत कम लोग ये बात जानते होंगे कि दरअसल फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले मिथुन एक नक्सल समूह का हिस्सा थे लेकिन एक एक्सीडेंट में उन्होंने अपने एकमात्र भाई को खो दिया। परिवार के लिए यह एक बड़ी क्षति थी और इसके बाद जिम्मेदारियों के अहसास के साथ मिथुन (गौरांग चक्रवर्ती) नक्सलवाद की दुनिया छोड़कर अपने परिवार के पास वापस लौट आए।

इसके बाद उन्होंने कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज से केमिस्ट्री में ग्रैजुएट की परीक्षा पास की और फिर एक्टर बनने के लिए पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला ले लिया। साल 1976 में 'मृगया' फिल्म से शुरुआत के बाद मिथुन चक्रवर्ती कई चर्चित फिल्मों में काम किया। जिनमें 'मेरा रक्षक' (1978), 'तराना' (1979), 'हम पांच' (1980), 'डिस्को डांसर' (1982), 'गुलामी' (1985), 'अग्निपथ' (1990), 'गोलमाल -3' (2010), 'वीर' (2010) और 'किक' (2014) जैसे नाम शामिल हैं।

Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर