मुंबई: 2020 बीते कई सालों की अपेक्षा बेहद अलग और दुखद घटनाओं से भरा साल रहा है। कोरोनो वायरस फैलने के बाद से न केवल लोग घरों तक सीमित हुए बल्कि मनोरंजन जगत पर इसकी दोहरी मार पड़ी। काम बंद होने से कई कलाकार बेरोजगार हो गए वहीं मनोरंजन उद्योग ने कुछ सबसे बहुमुखी कलाकारों को भी इस दौरान खो दिया है। इरफान, खान, ऋषि कपूर, सरोज खान, सुशांत सिंह राजपूत कुछ ऐसे सेलेब्स थे, जिनका इस साल निधन हो गया। सुशांत की घटनाओं में दिखी बढ़ोत्तरी के बीच तारक मेहता का उल्टा चश्मा के लेखक अभिषेक मकवाना ने भी पिछले सप्ताह आत्महत्या करके जान दे दी थी।
पुलिस ने कहा था कि लेखक ने अपने सुसाइड नोट में 'वित्तीय परेशानियों' का जिक्र किया है। दूसरी ओर अभिषेक के परिवार ने अब आरोप लगाया है कि मृतक ब्लैकमेल और साइबर धोखाधड़ी का शिकार था। जाहिर तौर पर, अभिषेक की मौत के बाद परिवार को धोखेबाजों से फोन आ रहे हैं। परिजनों से पैसे वापस करने की मांग की जा रही है क्योंकि परिवार को कर्ज के लिए गारंटर बनाया गया था।
पुलिस ने दर्ज किया मामला: मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार चारकोप पुलिस ने 27 नवंबर को अपने कांदिवली अपार्टमेंट में अभिषेक को फांसी दिए जाने के बाद आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है। अभिषेक के भाई जेनिस ने टैब्लॉइड को बताया कि उसे कुछ मिल आने के बाद एक वित्तीय जाल में फंसने का अहसास हो गया था। उन्होंने आगे कहा कि अभिषेक के निधन की सूचना मिलने के बाद लोन लेने वालों के फोन आने शुरू हो गए जो अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।
जेनिस ने आगे कहा, 'मुझे जो ईमेल रिकॉर्ड से समझ आया वह ये कि मेरे भाई ने पहले 'आसान लोन' ऐप में से एक छोटा सा ऋण लिया था जिसके लिए बहुत अधिक ब्याज दर चुकानी थी। मैंने उनके और मेरे भाई के बीच के लेनदेन को बारीकी से देखा। मैंने देखा कि मेरे भाई के लोन के लिए आवेदन नहीं करने के बावजूद वह रकम भेजते रहते थे। उनकी ब्याज दरें 30 प्रतिशत तक थीं।'
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