Faridabad Tourist : फरीदाबाद का नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेगा बुढ़ाना तालाब, करोड़ों से होगा कायाकल्प

Faridabad Tourist : फरीदाबाद के प्रसिद्ध बुढ़ाना तालाब को अब शहर का नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाया जाएगा। इस संबंध में निगम की तरफ से टेंडर जारी हो गया है। इस तालाब के किनारे लोग सैर करने के साथ मना पिकनिक सकेंगे।

beautiful river front
फरीदाबाद के बुढ़ेना में स्थित तालाब पर बनेगी टूरिस्ट डेस्टिनेशन (प्रतिकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • बुढ़ाना तालाब को बनाया जाएगा नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन
  • तालाब में लगेंगे फव्‍वारे और जगमगाएगी रंगीन लाइटें
  • नगर निगम ने प्रोजेक्‍ट के लिए जारी किया टेंडर

Faridabad Tourist : ग्रेटर फरीदाबाद के बुढ़ेना इलाके में स्थित तालाब को नगर निगम नया टूरिस्‍ट डेस्टिनेशन बनाने जा रहा है। इस प्रोजेक्‍ट पर करीब 1.71 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। निगम सबसे पहले यहां से अतिक्रमण हटाएगा। इसके बाद, करीब छह एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस तालाब का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

इस प्रोजेक्‍ट के लिए निगम की तरफ से टेंडर जारी कर दिया गया है। तालाब पर रिवर फ्रंट बनने के बाद लोग सुबह शाम सैर करने के अलावा पिकनिक भी मना सकेंगे। लोगों की जरूरतों को ध्‍यान में रखकर यहां पर कई सुविधाएं डेवलेप की जाएंगी।

इस तरह डेवलेप​ होगा तालाब

इस प्रोजेक्‍ट हरियाणा राज्य तालाब एंव अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के निरीक्षण में पूरा किया जाएगा। इस तालाब के सौंदर्यीकरण से पहले निगम की टीम ने इस तरह के कई रीवर फ्रंट पर रिसर्च किया है। जिसके अनुसार प्‍लान तैयार किया गया है। योजना के अनुसार, तालाब के चारों तरफ उद्यान विकसित किया जाएगा। साथ ही, लोगों के घूमने और सैर के लिए ट्रैक तैयार किया जाएगा। लोगों के बैठने की व्यवस्था के साथ योगशाला और व्यायाम के उपकरण भी होंगे। पूरे पार्क और तालाब को रंगीन एलईडी लाइट से जगमग किया जाएगा। दो फुव्वारे लगेंगे जो तालाब के साफ पानी में चलेंगे। तालाब के इस पार्क में लोग देर शाम खूबसूरती का आनंद लेने पहुंच सकेंगे।

तीन स्‍तर पर होगा पानी की गुणवत्‍ता में सुधार

इस तालाब में पानी की गुणवत्‍ता के सुधार के लिए तीन स्‍तर का खास प्‍लान बनाया गया है। इससे तालाब में पहुंचने वाला पानी स्वत: ही साफ हो जाएगा। पहले तालाब में आने वाले गंदे पानी को दो से सात दिन तक अलग रखा जाता है, जिसमें 50 से करीब 60 फीसदी तक बीओडी कम हो जाता है। फिर इस पानी को दूसरे भाग में पांच से तीस दिन तक रख सकते है, जहां पानी करीब 90 फीसदी शुद्ध हो जाएगा। तीसरे भाग में पानी पहुंचते-पहुंचते सूरज की किरणों से ही पानी शुद्ध हो जाता है। इस विधि से ही पानी साफ और पशुओं के पीने योग्य हो जाएगा।

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