Faridabad Crime: कर्ज में डूबा 'सरकारी कर्मचारी' बना गैंगस्‍टर, युवक को दी धमकी मांगी 20 लाख रंगदारी

Faridabad Crime: फरीदाबाद में एक युवक को गैंगस्‍टर के नाम की धमकी देकर 20 लाख रुपये की रंगदारी मामले का क्राइम ब्रांच ने खुलासा कर दिया है। यह धमकी एक डाक कर्मी ने दी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने बताया कि, उस पर लाखों रुपये का कर्ज था, इस कर्ज को उतारने के लिए उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर ठगने का तरीका सीखा और रंगदारी मांग ली।

Faridabad crime
धमकी देकर लाखों रुपये की रंगदारी मांगने वाला डाककर्मी गिरफ्तार   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • आरोपी को थी पीड़ित के पैसों व एफडी की पूरी जानकारी
  • आरोपी ने लाखों का कर्ज उतारने के लिए मांगी रंगदारी
  • पलवल का रहने वाला आरोपी फरीदाबाद के डाकघर में तैनात

Faridabad Crime: फरीदाबाद में 20 लाख रुपये रंगदारी मांगने के मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ। यहां पर डाक विभाग में तैनात एक कर्मी ने खुद को गैंगस्‍टर बता कर एक युवक से 20 लाख रुयये रंगदारी मांग ली। शिकायत मिलने के बाद जांच में जुटी क्राइम ब्रांच ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए रंगादरी मांगने वाले आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, उस पर लाखों रुपये का कर्ज था, इस कर्ज को उतारने के लिए उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर ठगने का तरीका सीखा और रंगदारी मांग ली।

पुलिस ने आरोपी की पहचान श्यामवीर के तौर पर की है, यह पलवल जिले के गांव अलावलपुर का रहने वाला है। यह आरोपित फरीदाबाद के डाक विभाग में कार्यरत है। पुलिस ने बताया कि, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के रहने वाले देवेंद्र कुमार को मार्च-2022 में डाक द्वारा एक लेटर मिला था। जिसमें आरोपित ने खुद को एक बड़े आपराधिक गैंग का सदस्य बताते हुए पीड़ित से 20 लाख रुपये फिरौती की मांग की थी। साथ ही धमकी दे रखा था कि अगर पैसे नहीं दिए तो खत्‍म कर दिए जाओगे। इसकी शिकायत मिलने के बाद से ही क्राइम ब्रांच जांच में जुटी थी और अब इस मामले का खुलासा किया गया।

आरोपी ने दोबारा दी धमकी तो कसा पुलिस का शिकंजा

पुलिस के अनुसार आरोपित ने फिरौती की रकम मांगने के लिए स्पीड पोस्ट के माध्यम से धमकी दी थी। आरोपित ने यह रकम अपने घर के पास एक अनाथ आश्रम में भिजवाने की बात लिखी थी। पीड़ित देवेंद्र कुमार ने इसकी शिकायत पुलिस थाना मुजेसर में दी थी। जब पीड़ित ने फिरौती नहीं दी तो आरोपित ने 29 जुलाई को फिर से स्पीड पोस्ट के माध्यम से धमकी दी। पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 की टीम ने स्पीड पोस्ट से प्राप्त हुए पत्र की जांच करने में जुट गई तो पता चला कि आरोपित श्यामवीर यह पत्र अपने ही डाकघर से भेज रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि, वह वर्ष 2004 में एमटीएस के पद पर भर्ती हुआ था। फिलहाल सेक्टर-22 डाकघर में तैनात है, इससे पहले यह प्रेस कॉलोनी स्थित डाकघर में तैनात था। इस डाकघर में पीड़ित देवेंद्र ने बहुत बड़ी रकम की एफडी करवाई थी। जिसकी जानकारी आरोपी को भी थी।

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