Faridabad News: पुलिस कमिश्नर के नाम पर साइबर ठगों ने चौकी प्रभारी से मांगा महंगा गिफ्ट, ऐसे खुली पोल

Faridabad News: साइबर ठगों द्वारा चांदपुर पुलिस चौकी प्रभारी के साथ पुलिस कमिश्नर के नाम पर ठगी का प्रयास करने का मामला सामने आया है। ठग ने चौकी प्रभारी से पुलिस कमिश्नर बनकर 50 हजार रुपये का गिफ्ट बाउचर मांगा था, हालांकि चौकी प्रभारी को इस ठगी के बारे में शक हो गया और वे इसका शिकार होने से बच गए।

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पुलिस कमिश्नर के नाम पर चौकी इंचार्ज से साइबर ठगी की कोशिश  |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • चांदपुर पुलिस चौकी प्रभारी के साथ हुई साइबर ठगी की कोशिश
  • साइबर ठगों ने चौकी प्रभारी से मांगा था 50 हजार का गिफ्ट बाउचर
  • साइबर थाना बल्लभगढ़ ने शिकायत पर मामला दर्ज कर शुरू की जांच

Faridabad News: फरीदाबाद में साइबर ठगी के प्रयास का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिन लोगों पर इन ठगों को पकड़ने की जिम्‍मेदारी है, अब उन्‍हें ही ठगी का शिकार बनाने की कोशिश हो रही है। साइबर ठगों ने फरीदाबाद पुलिस आयुक्त की व्हाट्सएप पर डीपी लगाकर एक चौकी प्रभारी से महंगे गिफ्ट की मांग कर ली। चौकी प्रभारी पहले कुछ समझ नहीं पाए, लेकिन शक होने पर जब पूछताछ की तो इस ठगी का पता चला। जिसके बाद उन्होंने अज्ञात शख्स के खिलाफ साइबर थाना बल्लभगढ़ में आईटी एक्ट व धोखाधड़ी की कोशिश का मामला दर्ज कराया।

साइबर ठगों ने चांदपुर पुलिस चौकी प्रभारी एसआई तुषाकांत को अपने जाल में फंसाने की कोशिश की थी। एसआई तुषाकांत की तरफ से पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, उनके पास विभाग की तरफ से दिए गए सीयूजी नंबर पर एक व्हाट्सएप मैसेज आया। मैसेज भेजने वाले नंबर पर कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा की डीपी लगी थी। इसलिए मुझे लगा कि, शायद साहब का मैसेज हो। दूसरी तरफ से मैसेज कर मुझसे पूछा गया कि, तुम कहां हो। इस सवाल का तुषाकांत ने जब जवाब दिया तो दूसरी तरफ से बताया गया कि, मैं आईपीएस विकास अरोड़ा हूं। इस समय मीटिंग में व्यस्त हूं और फोन नहीं उठा सकता। कहीं पर पेमेंट करनी है, मुझे तुरंत 50 हजार का गिफ्ट वाउचर भेज दो। एसआई ने बताया कि, इस तरह का मैसेज देखकर तुरंत संदेह हो गया और तुरंत ही इसकी जानकारी साइबर थाना बल्लभगढ़ को दी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

सरकारी कर्मचारियों के लिए जारी हुआ है अलर्ट

इस मामले को लेकर डीसीपी हेडक्वार्टर नितिश अग्रवाल ने बताया कि, इस समय कई ऐसे साइबर ठग एक्टिव हैं जो सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए हाल ही में एक निर्देश जारी कर सभी कर्मचारियों को अलर्ट भी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि, किसी भी संदेहजनक ईमेल या व्हाट्सएप को न खोलें और न ही उसका उत्तर दें। साथ ही ईमेल के साथ भेजी गई किसी भी अटैचमेंट को खोलने से पहले स्कैन करें। अगर किसी को लगता है कि, कोई संदेहजनक ई-मेल प्राप्त हो तो अपनी आईडी और पासवर्ड तुरंत बदल दें।

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